अंतर्देशीय जलमार्ग से कोलकाता से वाराणसी भेजे गये 16 कंटेनर
कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना को अमली जामा पहनाने का काम शुरू हो चुका है. प्रधानमंत्री ने सड़क मार्ग, हवाई मार्ग व रेल मार्ग के बाद जलमार्ग का भी विकास करने का सपना देखा था, जो आज पूरा हो गया. कोलकाता से वाराणसी तक पहली बार जलमार्ग से कंटेनरों को भेजा जा […]
कोलकाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना को अमली जामा पहनाने का काम शुरू हो चुका है. प्रधानमंत्री ने सड़क मार्ग, हवाई मार्ग व रेल मार्ग के बाद जलमार्ग का भी विकास करने का सपना देखा था, जो आज पूरा हो गया. कोलकाता से वाराणसी तक पहली बार जलमार्ग से कंटेनरों को भेजा जा रहा है.
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने मंगलवार को गंगा नदी (राष्ट्रीय जलमार्ग-1) पर कार्गो की ढुलाई का कार्य प्रारंभ किया. इस कड़ी में पेप्सिको (इंडिया) के 16 कंटेनर कोलकाता से वाराणसी भेजे जा रहे हैं. मंगलवार को भारत सरकार के सचिव (शिपिंग) गोपाल कृष्ण, आईडब्लयूएआई के चेयरमैन प्रवीर पांडे, कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन विनीत कुमार एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण की मौजूदगी में इस कंपनी की खेप को ढोने वाले जहाज को झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
कोलकाता से वाराणसी तक भेजे जा रहे कंटेनर एक अभूतपूर्व घटनाक्रम है. राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर कंटेनर कार्गो की ढुलाई भारत की आजादी के बाद अंतर्देशीय जहाज पर भारत की पहली कंटेनर आवाजाही है. इसके साथ ही यह भारत के अंतर्देशीय जलमार्ग परिवहन (आईडब्लयूटी) क्षेत्र के इतिहास में एक अभूतपूर्व क्षण है. पेप्सिको (इंडिया) एमवी आरएन टैगोर नामक जहाज के जरिए खाद्य व स्नैक्स पदार्थों से भरे 16 कंटेनरों की ढुलाई की जा रही है, जो 16 भरे हुए ट्रकों के समतुल्य हैं.
यह जहाज 9-10 दिनों में वाराणसी पहुंचेगा. एमवी आरएन टैगोर जहाज अपनी वापसी यात्रा के दौरान इफको के उर्वरकों की ढुलाई करेगा, जिसकी खरीददारी इलाहाबाद के निकट स्थित इसके फूलपुर संयंत्र से की जाएगी. यह भारत में आईडब्लयूटी के लिए एक महत्वपूर्ण दिन साबित होगा क्योंकि आईडब्ल्यूएआई के कोलकाता स्थित टर्मिनलों को आपूर्ति, संचालन एवं रख-रखाव (एसओएम) मॉडल पर मेसर्स सुमित एलायंस पोर्ट ईस्ट गेटवे (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (सैपेल) को सौंपे जाने के साथ ही सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल में आईडब्ल्यूएआई का प्रथम प्रवेश वास्तविकता में तब्दील हो जाएगा.