West Bengal : अमित शाह की रथ यात्रा को टक्कर देंगे माकपा और कांग्रेस
कोलकाता: अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा प्रमुख अमित शाह की पश्चिम बंगाल में होने वाली रथ यात्राओं को टक्कर देने के लिए विपक्षी कांग्रेस तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने जनसंपर्क कार्यक्रम तथा पदयात्राएं करने का निर्णय लिया है. राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि शाह की रथ यात्रा अथवा विपक्ष की […]
कोलकाता: अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा प्रमुख अमित शाह की पश्चिम बंगाल में होने वाली रथ यात्राओं को टक्कर देने के लिए विपक्षी कांग्रेस तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने जनसंपर्क कार्यक्रम तथा पदयात्राएं करने का निर्णय लिया है.
राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि शाह की रथ यात्रा अथवा विपक्ष की ओर से आयोजित किसी भी कार्यक्रम को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि राज्य की जनता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मजबूती से खड़ी है.
बंगाल में पैठ बनाने की कोशिश में लगी भाजपा हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में तृणमूल कांग्रेस के बाद दूसरे स्थान पर रही थी. भाजपा, तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आयी है?
पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने राज्य भर में जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्णय किया है. यह कार्यक्रम अगले महीने के अंत से शुरू हो सकता है.
वहीं, माकपा नेतृत्व ने अपने किसान प्रकोष्ठ के बैनर तले हुगली जिले के सिंगूर में, मुर्शिदाबाद के फरक्का में तथा कूचबिहार जिला में तीन पदयात्रा करने की घोषणा की है.
दोनों पार्टियों के सूत्रों ने बताया कि इन कार्यक्रमों का समय 5 से 9 दिसंबर के बीच शाह की तीन रथ यात्राओं के वक्त से टकरायेगा.
पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने कहा कि जन संपर्क यात्रा का मकसद लोगों को पार्टी के कामों से अवगत कराना तथा नरेंद्र मोदी सरकार के भ्रष्टाचार, सांप्रदायिक राजनीति तथा कुशासन के बारे में बताना है.
मित्रा ने कहा, ‘राज्य के प्रत्येक जिले, ब्लॉक और बूथ तक हमारे पार्टी कार्यकर्ता लोगों तक जायेंगे और हमारे दृष्टिकोण से उन्हें अवगत करायेंगे. हम पार्टी के लिए प्रत्येक घर से दो से पांच रुपये का चंदा भी इकट्ठा करेंगे. इन कार्यक्रमों से हम अपनी पार्टी को मजबूत करेंगे.’
माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य तथा किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने बताया कि उनकी पार्टी किसानों से जुड़े मुद्दों के अलावा भाजपा की विभाजनकारी नीतियों के बारे में लोगों को बतायेगी.