दस सिर वाली महाकाली के साथ निकली शोभायात्रा
मालदा : मंगलवार को चतुर्दशी की दोपहर में मालदा में दस सिरोंवाली महाकाली की पूजा हुई. इस दिन सुबह देवी की प्रतिमा को लेकर विशाल शोभायात्रा निकाली गयी. प्राचीन नियम को मानकर यहां अमावस्या की जगह चतुर्दशी को दस सिर वाली महाकाली की पूजा होती है. इंगलिशबाजार नगरपालिका के 11 नंबर वार्ड के गंगाबाग इलाके […]
मालदा : मंगलवार को चतुर्दशी की दोपहर में मालदा में दस सिरोंवाली महाकाली की पूजा हुई. इस दिन सुबह देवी की प्रतिमा को लेकर विशाल शोभायात्रा निकाली गयी. प्राचीन नियम को मानकर यहां अमावस्या की जगह चतुर्दशी को दस सिर वाली महाकाली की पूजा होती है. इंगलिशबाजार नगरपालिका के 11 नंबर वार्ड के गंगाबाग इलाके में इंगलिशबाजार व्यायाम समिति की ओर 89 सालों से इस पूजा का आयोजन किया जा रहा है. इस बार प्रतिमा तैयार की है जाने-माने मूर्तिकार अष्टम पाल ने.
आयोजक कमेटी के सचिव काजू मुखर्जी ने बताया कि यहां महाकाली मां के पांव तले शिवमूर्ति नहीं होती है. इसके बजाय देवीमूर्ति के पांव के नीचे असुर का कटा हुआ सिर होता है. इस इलाके में प्राचीन समय से ही महाकाली की पूजा तंत्र पद्धति से होती है. मंगलवार को शोभायात्रा देखने लायक थी. वीरभूम, नदिया, मुर्शिदाबाद से तरह-तरह के वाद्ययंत्र लाकर शोभायात्रा की शोभा बढ़ायी गयी.
इसमें छोटे-छोटे बच्चों ने डांडिया नृत्य पेश किया. पांच घंटे तक मालदा शहर के विभिन्न मार्गों से यह शोभायात्रा गुजरी. इसके बाद दोपहर में पूजा संपन्न हुई, जिसमें पंरपरा के अनुरूप दो बकरों की बलि दी जाती है. पांच दिनों इस पूजा के दौरान तरह-तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.