रीज की मौत पर मालदा मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़, परिवार ने कहा, प्लेटलेट्स गिरने पर खून चढ़ाने में हुई देरी
मालदा : इलाज में लापरवाही से रोगी की मौत के आरोप में मालदा मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा हुआ. रोगी के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के सहायता केंद्र के एक कार्यालय कक्ष में जमकर तोड़फोड़ की. कुरसी-मेज, खिड़की, काउंटर के अलावा कंप्यूटर भी तोड़ दिया गया. इस तांडव से डरकर सहायता केंद्र के कर्मचारी भाग […]
मालदा : इलाज में लापरवाही से रोगी की मौत के आरोप में मालदा मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा हुआ. रोगी के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के सहायता केंद्र के एक कार्यालय कक्ष में जमकर तोड़फोड़ की. कुरसी-मेज, खिड़की, काउंटर के अलावा कंप्यूटर भी तोड़ दिया गया. इस तांडव से डरकर सहायता केंद्र के कर्मचारी भाग खड़े हुए. बुधवार सुबह की इस घटना की खबर पाकर बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ इंगलिशबाजार थाने के आइसी पूर्णेंदु कुंडू पहुंचे. पुलिस के हस्तक्षेप से हालात काबू में आये.
पुलिस और मेडिकल कॉलेज सूत्रों ने बताया कि मृत रोगी का नाम कयूम अली (55) है. उसका घर कालियाचक थाने के सुजापुर इलाके में है. वह पेशे से झोलाछाप डॉक्टर था. मंगलवार शाम को तेज बुखार की स्थित में उसे मालदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. परिवार का आरोप है कि कयूम को पहले संक्रामक रोग विभाग में भर्ती किया गया.
वहां जांच में पता चला की खून में प्लेटलेट्स काफी कम हो गया है. इसलिए खून चढ़ाना होगा. परिवार का आरोप है कि खून चढ़ाने में देरी की वजह से रोगी की मौत हुई है. इसे लेकर मंगलवार रात को भी परिजनों का ड्यूअी पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों से विवाद हुआ था.
मृतक के एक बेटे का आरोप है कि महमुदुल हसन का आरोप है कि सुरक्षाकर्मियों ने उनके साथ लाठी-डंडे से मारपीट की. महमुदुल ने बताया कि आधी रात को चिकित्सकों ने मौत की खबर दे दी थी. इलाज में लापरवाही के चलते यह मौत हुई है.
मौत की खबर मिलने के बाद परिजनों का गुस्सा बढ़ना शुरू हो गया. बुधवार सुबह बड़ी संख्या में कालियाचक से परिजन पहुंचे और अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अमित दा ने कहा कि रोगी के परिवार की ओर से एक शिकायत मिली है, पर इलाज में लापरवाही का आरोप सही नहीं है.
इस तरह सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाये जाने की शिकायत पुलिस के पास की गयी है. इंगलिशबाजार थाने के आइसी ने बताया कि रोगी और अस्पताल दोनों पक्षों से अलग-अलग शिकायत मिली है. पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.