दिल्ली से आ रहे हैं भाजपा के तीन हाइटेक रथ, तीन जगहों से निकलेगा रथ, मौजूद रहेंगे अमित शाह
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भाजपा की गणतंत्र बचाओ यात्रा के लिए दिल्ली से तीन हाइटेक रथ भेजे जा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार, रथ देखने में बस की तरह है, जो पूरी तरह वातानुकूलित है. इसका हुड खोला जा सकता है. हुड खुलने पर वहां एक प्लेटफॉर्म बन जायेगा. जहां से नेता अपना […]
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भाजपा की गणतंत्र बचाओ यात्रा के लिए दिल्ली से तीन हाइटेक रथ भेजे जा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार, रथ देखने में बस की तरह है, जो पूरी तरह वातानुकूलित है. इसका हुड खोला जा सकता है. हुड खुलने पर वहां एक प्लेटफॉर्म बन जायेगा. जहां से नेता अपना भाषण दे सकते हैं. रथ के अंदर सात से लेकर 10 लोगों के बैठने की जगह होगी.
अगर कोई आराम करना चाहे तो उसके लिए अगल एक केबिन भी होगा. इसके अलावा इंटरनेट व लैपटाप के लिए जगह होगी. रथयात्रा के दौरान कोई अस्वस्थ होता है तो उसके लिए एक अलग केबिन है, जहां दवा और डॉक्टर मौजूद रहेंगे. रथ के अंदर एक बायो टायलेट भी होगा. खाना रखने के लिए अगल से एक केबिन रहेगा.
सिर्फ इतना ही नहीं अंदर एक प्रोजेक्टर रखने की जगह होगी. रथ के दोनों तरफ जाइंट स्क्रीन होगा, जिसमें सफर के दौरान विभिन्न वृतचित्र दिखाये जायेंगे. रथ के बाहर माइक भी रहेगी. रथ को चलाने के लिए दिल्ली से ही एक विशेष टीम आ रही है.
इसके अलावा रथयात्रा को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए गुजरात, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश से अनुभवी नेताओं को बुलाया जा रहा है.
भाजपा के तीनों रथों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि वह रथ नहीं है, बल्कि फाइव स्टार होटल है. इसके जवाब में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि तीनों रथ पश्चिम बंगाल के गरीब लोगों का रथ है, जिसे तारापीठ, गंगासागर और कूचबिहार से निकाला जायेगा. लिहाजा वहां पर हेलीपैड बनाया जा रहा है, जहां पर अमित शाह सभा करेंगे.
प्रदेश भाजपा के महासचिव प्रताप बनर्जी ने ममता बनर्जी के कटाक्ष पर कहा कि यह सामान्य रूप से बनाया गया है. रहा सवाल आराम करने का तो भाजपा के नेता और कार्यकर्ता जब तक इस सरकार को हटा कर अपनी सरकार नहीं बना लेते तब तक आराम करने का सवाल ही नहीं उठता. दवा, पानी, इंटरनेट यह सब जरूरी चीजें हैं, जो रहेंगी.
अगर यह मुख्यमंत्री को फाइव स्टार लग रहा है तो यात्रा के बाद उन्हें ममता बनर्जी के घर भेज दिया जायेगा. पांच दिसंबर को तारापीठ, सात दिसंबर को कूचबिहार व नौ दिसंबर को गंगासागर से यात्रा निकलेगी. यात्रा का समापन कोलकाता में होगा, जिसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे.