शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने किया केंद्र सरकार पर हमला, कहा- कोर्ट की अनुमति के बिना राम मंदिर का निर्माण असंभव

हुगली : कोन्नगर स्थित राज राजेश्वरी सेवा मठ में द्वारका-शारदापीठ एवं ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने शनिवार को कहा कि देश में महंगाई बढ़ रही है. रुपये की कीमत क्रम से घट रहे हैं. ऐसी स्थिति में जनता के असंतोष से बचने के लिए राम मंदिर का मुद्दा उठाया जा रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2018 8:50 AM

हुगली : कोन्नगर स्थित राज राजेश्वरी सेवा मठ में द्वारका-शारदापीठ एवं ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने शनिवार को कहा कि देश में महंगाई बढ़ रही है. रुपये की कीमत क्रम से घट रहे हैं. ऐसी स्थिति में जनता के असंतोष से बचने के लिए राम मंदिर का मुद्दा उठाया जा रहा है, परंतु कोई भी सरकार आ जाये, लेकिन राम मंदिर का निर्माण बगैर कोर्ट की अनुमति से नहीं हो सकता है.

धर्म निरपेक्ष देश में कोर्ट का निर्णय ही अंतिम हो सकता है. उन्होंने बताया कि राम मंदिर आसमान में तो नहीं बन सकता है, जब तक कोर्ट का आदेश नहीं आ जाता तब तक मंदिर बनाना असंभव है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बने, लेकिन उसमें कोई विवाद ना हो.

शंकराचार्य ने कहा कि बाबरी मस्जिद के ढांचे को कुछ उन्मादी लोगों ने तोड़ कर गिरा दिया. बाबरी मस्जिद में प्राचीन राम मंदिर के अवशेष थे. बाबरी मस्जिद को तोड़ने के बाद उस मंदिर के तमाम सबूत भी उसके साथ मिट गये. पहला तो यह कि वहां वजू करने के लिए न कोई कुआं था और न ही तालाब. इसके अलावा अजान के लिए न कोई मीनार थी. मुसलमानों की मस्जिद बताने वाली अर्जी को कोर्ट ने खारिज कर दिया है.
शंकराचार्य जी ने यह भी कहा वर्तमान समय में शासन से जनता त्रस्त है. सरकार द्वारा किया गया हर वादा विफल है. सरकार ने गौ मांस बंद करने की बात कही थी लेकिन वह बंद नहीं हुई. आज वह सबसे बड़ा निर्यातक देश है. मुसलमानों के लिए गौ मांस का व्यापार होता है ऐसा नहीं है, गौ मांस का व्यापार डालर के लिए किया जा रहा हैं.
सरकार ने अपने शासन में खर्च को बढ़ा लिया है. राजस्व बढ़ाने के लिए अब गौ मांस के साथ-साथ शराब बिक्री पर भी छूट दे रखी है. ड्रग्स के कारोबार बढ़ा है. सरकार ने गंगा की धारा को अविरल और पवित्र बनाने की बात कही थी उस काम में भी विफल है. आतंकवाद खत्म कर देने की बात कही थी लेकिन कहां खत्म हुई. इसके बाद नोटबंदी कर दी, इस कारण लाइन में लगे 150 लोगों की मौत बैंक से रुपए निकालने के दौरान हो गई.
व्यापारियों पर जीएसटी लाद दिए गए और हर तीसरे माह उन्हें हिसाब देने को कहा गया. दिवाली पर कोर्ट द्वारा पटाखे जलाने पर कोर्ट के लगाये गये रोक पर कहा कि शास्त्रीय विधान में पटाखे जलाने के बात नहीं मिलती है. शास्त्रीय विधान में 3 दिन रात्रि का महत्व है. यह पहली रात्रि कालरात्रि जिसे दीपावली कहते हैं.
दूसरी रात्रि महारात्रि कहलाती है, इसे शिवरात्रि भी कहते हैं और तीसरी रात्रि मोह रात्रि यानी जन्माष्टमी की रात्रि कहलाती है. इन तीनों रात्रि पर देवी-देवताओं के आराधना का विधान है. पटाखे जलाने से पर्यावरण को खतरा है. सरकार द्वारा चैरिटी एक्ट पर विरोध जताते हुए कहा कि मठ की बर्तन, चांदी, सोना का ब्यौरा सरकार चाहती है.
मठ में आए मेहमानों को क्या खिलाया, कितने की नमक आई, कितने की शक्कर आयी, इसके वाउचर की बात गुजरात में उठायी थी लेकिन उनके विरोध के बाद उस पर रोक लगा दी गई लेकिन सरकार की मंशा पर मुझे संदेह है. मठ किसी का पेट नहीं काटती. चांदी-सोना खाने की वस्तु नहीं यह देश की शोभा है. सोने-चांदी से बनी मूर्तियों का श्रृंगार किया जाता है जिससे नेत्र तृप्त होते हैं. देश पर गर्व किया जा सकता है की भारत के पास संपत्ति है.
गुजरात में चैरिटी एक्ट के लिए किए जा रहे दस्तखत का उन्होंने विरोध किया और काशी में पिछले 24, 25, 26 को धर्म सभा में इसका विरोध किया गया. शनिवार को आंवला नवमी पर अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा की आंवला की आकृति सूर्य की तरह है सूर्य हमारे देवता है. सदियों से इस वृक्ष को पवित्र माना जाता है, आज के दिन इस पेड़ के नीचे भोजन बनाने और ग्रहण करने का शास्त्रीय विधान भी है.

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