विधानसभा में विपक्ष का हंगामा, वॉकआउट
कोलकाता : माकपा के विधायक सुजन चक्रवर्ती व कांग्रेस के विधायक अब्दुल मन्नान ने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव के बाद भी अभी तक कई जगह बोर्ड गठन नहीं हुआ है. इसे लेकर स्थगन प्रस्ताव जमा दिया, लेकिन अध्यक्ष द्वारा प्रस्ताव की प्रति पढ़ने की अनुमति दी गयी. लेकिन उस पर बहस कराने से इनकार […]
कोलकाता : माकपा के विधायक सुजन चक्रवर्ती व कांग्रेस के विधायक अब्दुल मन्नान ने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव के बाद भी अभी तक कई जगह बोर्ड गठन नहीं हुआ है. इसे लेकर स्थगन प्रस्ताव जमा दिया, लेकिन अध्यक्ष द्वारा प्रस्ताव की प्रति पढ़ने की अनुमति दी गयी. लेकिन उस पर बहस कराने से इनकार कर दिया. इसे लेकर विरोधी दलों ने विधानसभा में हंगामा किया और सदन की कार्यवाही से वाॅकआउट किया.
वाममोर्चा के विधायक ने कृषि मंत्री आशीष बनर्जी पर सिंगूर के मामले में गलत सूचना देने पर विशेषाधिकार हनन नोटिस जमा दिया, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया. बुधवार को वाममोर्चा विधायकों द्वारा और कई स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिये गये थे, लेकिन उन्हें खारिज किये जाने पर वे लोग हंगामा करने लगे. विधानसभा के बेल में उतर कर नारेबाजी की और सदन की कार्यवाही का वाॅकआउट किया.
विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने आरोप लगाया कि मंगलवार को बीए कमेटी की बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो गयी थी. उसके बावजूद अविश्वास प्रस्ताव को अध्यक्ष ने खारिज कर दिया. राज्य में अस्वाभाविक परिस्थिति चल रही है. वाममोर्चा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि अध्यक्ष को कई तरह के प्रस्ताव जमा दिये थे, लेकिन अध्यक्ष केवल सत्तारूढ़ दल का ही पक्ष लेते हैं.
कांग्रेस विधायक दल के नेता मनोज चक्रवर्ती ने कहा कि अध्यक्ष संसदीय रीति-नीति का पालन नहीं कर रहे हैं और सत्तारूढ़ दल के निर्देश के अनुसार सभा की कार्यवाही चला रहे हैं. बाद में संसदीय मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि दो दिनों से विरोधी दल के विधायक सनद की कार्यवाही में बाधा दे रहे हैं. असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. टेबल पर चढ़ पर अध्यक्ष के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे सदन की मर्यादा को ठेस पहुंच रही है.