कोलकाता : नेट बैंकिंग से पेमेंट के नाम पर ठगी, गया से नदिया का युवक गिरफ्तार
गया/कोलकाता : पिछले दिनों सोने-चांदी की दुकान से 1.70 लाख रुपये के जेवर की ठगी करनेवाले सौरभ मित्रा नामक एक युवक को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही एक घड़ी दुकान से जालसाजी कर खरीदी गयीं चार घड़ियों के साथ करीब दो लाख कीमत के आई फोन मोबाइल भी बरामद किये […]
गया/कोलकाता : पिछले दिनों सोने-चांदी की दुकान से 1.70 लाख रुपये के जेवर की ठगी करनेवाले सौरभ मित्रा नामक एक युवक को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही एक घड़ी दुकान से जालसाजी कर खरीदी गयीं चार घड़ियों के साथ करीब दो लाख कीमत के आई फोन मोबाइल भी बरामद किये गये हैं.
गया कोतवाली थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि सौरभ मित्रा अपने कई साथियों के साथ आॅडी कार से 22 नवंबर को चौक स्थित धनलक्ष्मी जेवर दुकान में पहुंचा और दुकानदार विजय कुमार से पूछा कि आपके यहां गहने खरीदने पर नेट बैंकिंग से पेमेंट लिया जाता है क्या? इस पर दुकानदार ने हामी भरी तो उसने करीब डेढ़ लाख रुपये के जेवर खरीदे और दुकानदार को नेट बैंकिंग से 1.70 हजार रुपये पेमेंट कर दिया.
साथ ही बैंक बंद होने का हवाला देकर 20 हजार रुपये नकद भी ले लिये. दुकानदार के मोबाइल फोन पर उसके खाते में नेट बैंकिंग से पेमेंट आने का मैसेज भी आ गया. थानाध्यक्ष ने कहा कि दुकानदार जब 28 नवंबर को बैंक गया, तो पता चला कि उसके खाते में पैसे नहीं आये हैं. इस बात से घबरा कर सौरभ मित्रा से कई बार दुकानदार ने संपर्क किया, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला.
इसके बाद दुकानदार ने 28 नवंबर को कोतवाली थाने में धारा 406, 420 के तहत कांड संख्या 550/18 दर्ज कराया गया. मोबाइल ट्रेस के आधार पर आॅडी कार समेत गहने व घड़ी के साथ सौरभ कुमार व उसकी पत्नी को थाने में पूछताछ के लिए लाया गया है. पूछताछ में धोखाधड़ी करने की बात कबूल कर ली है.
इसके साथ ही जीबी रोड स्थित एक घड़ी दुकान से भी सौरभ मित्रा ने करीब 26 हजार रुपये की चार घड़ियां भी खरीदीं, वहां भी नेट बैंकिंग से पेमेंट के नाम पर ठगी की. उन्होंने बताया कि सौरभ ने अपना एप बना कर पैसा ट्रांसफर होने का मैसेज संबंधित लोगों के मोबाइल फोन पर भेज देता था. उसे जेल भेजा जायेगा.
वहीं, उसकी पत्नी पर केस नहीं होने के कारण उसे छोड़ दिया गया. आॅडी कार के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है. फिलहाल कार को सिविल लाइंस थाने में जब्त किया गया है.
आरोपी खुद को मर्चेंट नेवी में काम करनेवाला बताता था
थानाध्यक्ष ने बताया कि पकड़ा गया सौरभ मित्रा शुरू में अपने आप को मर्चेंट नेवी में काम करनेवाला बताया. पुलिस अधिकारी ने जब उससे परिचय पत्र मांगा, तो वह नहीं दे सका. सौरभ अपने आपको अब तक पश्चिम बंगाल के नदिया जिला स्थित स्टेशन पाड़ा के बातकुला का रहनेवाला बता रहा है. इसकी जांच के लिए कोलकाता पुलिस से संपर्क साधा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि दुकान से खरीदारी करते समय वह अपने आप को बोधगया का रहनेवाला बताया था. पूछताछ में सौरभ ने बताया है कि उसके पिता यहां एफसीआइ में काम करते थे. इधर, जेवर दुकानदार विजय कुमार का कहना है कि उसकी दुकान पर सौरभ लक्जरी कार से एक महिला, दो लड़कियों, एक लड़का व एक सात-आठ वर्ष की बच्ची के साथ पहुंचा था.
हाव-भाव व तामझाम देख कर नहीं लगा था कि वह फ्राॅड कर सकता है. उसका जब फेसबुक अकाउंट खंगाला, तो देखा कि कई बार वह विदेश व अन्य शहरों का सैर कर चुका है. हर जगह के फोटो अपने फेसबुक पर डाले हुए है. यहां भी उसने रिहाइशी इलाके में किराये का कमरा लिया था. पुलिस की तत्परता के चलते केस का खुलासा हो सका है.
- दो महीने से गया के नूतननगर में किराये के मकान में रह रहा था आरोपी
- मोबाइल पर एप बना कर पैसा ट्रांसफर का भेजता था मैसेज
- जालसाजी कर खरीदी गयीं चार घड़ियां, दो लाख कीमत के आइ फोन मोबाइल बरामद
शादी की वर्षगांठ पर पत्नी को किया था गिफ्ट
सौरभ की पत्नी ने थाने में बताया कि उसका पति 29 नवंबर को शादी की वर्षगांठ पर उसे जेवर, भगवान की मूर्ति व घड़ी गिफ्ट की थी. उसने कुछ वर्ष पहले ही लव मैरिज सौरभ मित्रा के साथ की है. उसकी पत्नी ने कहा कि उसे धोखाधड़ी कर खरीद किये जाने की जानकारी सौरभ ने नहीं दी थी. इसकी थोड़ी भी भनक होती, तो गहना आदि सब कुछ वह लौटा देती. उसने बताया कि पति के चलते उसके बच्चे का भविष्य बिगड़ जायेगा.
यह हुआ बरामद
दोनों के पास से सोने की चेन एक, सोने की कंठी एक, सोने के अंगूठी दो, चांदी के राधाकृष्ण की मूर्ति, दो लेडीज घड़ी, एक जेंट्स घड़ी व एक दीवार घड़ी, तीन कीमती मोबाइल व एक आॅडी कार बरामद की गयी है.