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बंगाल भाजपा अध्यक्ष पर हमला, टीएमसी पर विपक्ष की आवाज दबाने का लगाया आरोप

कूचबिहार (पश्चिम बंगाल) : भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष के वाहन पर गुरुवार को कूचबिहार जिले के सीतलकुची इलाके में अज्ञात तत्वों ने हमला किया. घोष भाजपा की रथयात्रा में हिस्सा लेने के लिए कूचबिहार में हैं. जब वह जिले में मठभांगा जा रहे थे, तब उनके वाहन पर हमला किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2018 6:15 PM

कूचबिहार (पश्चिम बंगाल) : भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष के वाहन पर गुरुवार को कूचबिहार जिले के सीतलकुची इलाके में अज्ञात तत्वों ने हमला किया. घोष भाजपा की रथयात्रा में हिस्सा लेने के लिए कूचबिहार में हैं. जब वह जिले में मठभांगा जा रहे थे, तब उनके वाहन पर हमला किया गया. घोष ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है.

हमले के बाद सीतलकुची के सिताई में घोष ने कहा, तृणमूल नेताओं ने मेरी कार पर हमला किया और चिल्ला कर मुझे वापस जाने के लिए कहा. हिंसा के दौरान मेरे कुछ पार्टी कार्यकर्ता घायल हो गये. पुलिस मूकदर्शक बनी रही. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रवींद्र नाथ घोष ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यह हमला भाजपा की ही अंतर्कलह का नतीजा था. जिला पुलिस प्रशासन ने कहा कि वह घटना की जांच कर रहा है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पार्टी की प्रस्तावित लोकतंत्र बचाओ रैली शुक्रवार से शुरू होनेवाली थी जिसके तहत राज्य में तीन रथ यात्राएं निकाली जा रही थीं. भाजपा का दावा है कि यह रथ यात्राएं पश्चिम बंगाल की राजनीति में परिवर्तनकारी साबित होंगी. शाह ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 22 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.

अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शाह के अलावा, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, रमन सिंह, योगी आदित्यनाथ, उमा भारती और गिरिराज सिंह सहित कई शीर्ष भाजपा नेता एवं मुख्यमंत्री भाग लेनेवाले थे. हालांकि कलकत्ता उच्च न्यायालय और राज्य सरकार ने भाजपा इस रथयात्रा कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए निकालने की अनुमति देने से इनकारकरदिया. हालांकि दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को राज्य में उनकी पार्टी की रथयात्रा कार्यक्रम को रोकने की चुनौती दी. उन्होंने कहा कि भाजपा का न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.

घोष ने कहा, हमारे पिछले अनुभवों से हम जानते थे कि हमें कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी जायेगी. भाजपा ने बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया था. पार्टी ने दावा किया था कि पश्चिम बंगाल प्रशासन और पुलिस सात दिसंबर से राज्य में निकाली जानी वाली तीन रैलियों के लिए उनके आवेदन पत्रों पर कोई जवाब नहीं दे रही थी. घोष ने कहा कि टीएमसी सरकार के पास राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए अनुमति देने से इनकार करने का संवैधानिक अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक राजनीतिक पार्टी के पास अपना कार्यक्रम आयोजित करने का अधिकार है. घोष ने कहा, वे (टीएमसी) हमें रोकनेवाले कौन होते हैं. उन्होंने कहा, टीएमसी का इरादा एक विवाद और अप्रिय स्थिति पैदा करनी है ताकि वे हम पर दोष डाल सकें. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य के विभिन्न भागों में टीएमसी से जुडे गुंडों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकी दी जा रही है.

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