कोलकाता : मंदिर-मस्जिद नहीं, हमारा मसला है सबके लिए रोटी और मकान

कोलकाता : आज सभी पार्टियां और मजहब के लोगों को मंदिर और मस्जिद के नाम पर गुमराह किया जा रहा है, पर हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि ये वही हिंदुस्तान है, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई भाइयों ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी. जहां मुस्लिमों के हक में मुस्लिम से ज्यादा हिंदू लीडरों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2018 1:38 AM
कोलकाता : आज सभी पार्टियां और मजहब के लोगों को मंदिर और मस्जिद के नाम पर गुमराह किया जा रहा है, पर हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि ये वही हिंदुस्तान है, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई भाइयों ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी थी. जहां मुस्लिमों के हक में मुस्लिम से ज्यादा हिंदू लीडरों ने लड़ा है, गांधी जी मुस्लिमों की हक की लड़ाई लड़ते हुए मारे गये.
कल जो लड़ाई गांधीजी और नेहरू ने मुसलमानों के हक के लिए लड़ा था, आज वही लड़ाई ममता बनर्जी बंगाल में मुसलमानों के लिए लड़ रही हैं. जिससे लोग उन्हें पीठ पीछे बहुत कुछ कहते हैं, पर फिर भी वह कहती हैं कि मैं बंगाल की मुख्यमंत्री नहीं, मां हूं और एक मां अपने पिछड़े बच्चों को आगे लाने के लिए जो कुछ करती है.
मैं भी वह सब बंगाल के मुसलमानों के लिए करूंगी. ये बातें कोलकाता के मेयर व शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने ऑल इंडिया अंजुमन इत्तेहाद-ये-मिल्लत द्वारा गुरुवार को मुल्के दस्तूर और सेक्युलरिज्म बचाओ विषय पर आयोजित ऑल इंडिया मुस्लिम कांफ्रेंस में कहीं. उन्होंने कहा कि आज भाजपा राम मंंदिर के मसले पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रही है. उसमें हम नहीं उलझेंगे. क्योंकि यह मामला न मंदिर का, न मस्जिद का है.
हमारा मसला तो हमारे हर हिंदुस्तानी के रहने और रोटी का है. कार्यक्रम का आयोजन कर रहे एमएलए व ऑल अंजुमन इत्तिहाद-ए-मिल्लत के अध्यक्ष मोइउद्दीन शम्स ने कहा कि आज मुसलमान जिस मोड़ पर खड़ा है, वैसी स्थिति आजादी के बाद पहली बार आयी है. जहां हमें अपने ही देश में गद्दार कहा जा रहा है. हम किसी भी तरह से अपना मजहब तो बचा लेंगे, पर दस्तूरे हिंद को नहीं बचा पायेंगे, सेक्युलिरिज्म को नहीं बचा पायेंगे और अपनी लड़ाई हार जायेंगे.
कार्यक्रम में प्रोफेसर शकील सामदानी ने कहा कि आज सभी को एक होने की आवश्यकता है. कार्यक्रम में पत्रकार अजीज बरने, राष्ट्रीय उल्मा काउंसिल आजमगढ़ के अध्यक्ष मौैलाना सैयद आमीर राशिद, ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड लखनऊ के महासचिव मौलाना सैयद अली हुसैन उम्मी, बलियापुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के चेयरमैन एआर अंसारी, मोहम्मद सफीक कासमी व अन्य उपस्थित थे.

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