कोलकाता : एक ही सिक्के के दो पहलू हैं ममता और मोदी : सूर्यकांत
आमडांगा में हजारों माकपा समर्थक घर छोड़ गये तृणमूल के आतंक व हिंसा से घर छोड़ भागे हुए हैं हजारों कार्यकर्ता वाममोर्चा ने निकाला जुलूस, वाइ चैनल के पास विरोध प्रदर्शन राज्यपाल से मिल कर सौंपा ज्ञापन, राज्यपाल से मिला आश्वासन कोलकाता : एक ही सिक्के के दो पहलू हैं ममता और मोदी. नरेंद्र मोदी […]
- आमडांगा में हजारों माकपा समर्थक घर छोड़ गये
- तृणमूल के आतंक व हिंसा से घर छोड़ भागे हुए हैं हजारों कार्यकर्ता
- वाममोर्चा ने निकाला जुलूस, वाइ चैनल के पास विरोध प्रदर्शन
- राज्यपाल से मिल कर सौंपा ज्ञापन, राज्यपाल से मिला आश्वासन
कोलकाता : एक ही सिक्के के दो पहलू हैं ममता और मोदी. नरेंद्र मोदी हेड हैं, तो ममता बनर्जी तेल. दोनों मिलकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं. एक ओर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का लड़का तो दूसरी ओर ममता बनर्जी का भतीजा पैसे पीट रहे हैं. केवल रथ को लेकर यह सब बहाना चल रहा है.
इतने दिनों से राज्य
सरकार ने क्यों नहीं पहले ही रथयात्रा को साफ मना कर दिया, केवल लोगों को गुमराह करने के लिए ये सब किया जा रहा है. ये बातें माकपा के राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्र ने कहीं. मंगलवार को वाममोर्चा की ओर से आमडांगा हिंसा के बाद से पीड़ितों व साथ ही घर छोड़कर बाहर गये माकपाइयों को सुरक्षित वापसी की मांग को लेकर एक जुलूस निकाला गया.
सियालदह से वाइ चैनल तक जुलूस गया. वहां एक सभा की गयी. मौके पर डॉ मिश्र ने कहा कि पंचायत चुनाव में माकपा कार्यकर्ताओं पर हमले हुए, कइयों की हत्या की गयी. हिंसा की राजनीति करके तृणमूल कांग्रेस ने पंचायत में 34 प्रतिशत सीट निर्विरोध जीती, लेकिन जहां विरोधी जीते, वहां पंचायत बोर्ड भी नहीं बनाने दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी में दम है तो वह शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव करयें, उनमें कितना दम है, इसका पता चल जायेगा. पुलिस को थाने में ही रहने दें और फिर मैदान में आयें.
डॉ सूर्यकांत मिश्र ने कहा कि माकपा की ओर से उत्तर बंगाल, अलीपुरदुआर, चायबागान इलाकों में अधिकार यात्रा नहीं हो पाया है. उसे रोक दिया गया, लेकिन आगामी 27 दिसंबर को कृषक खेत मजदूर और 30 को श्रमिक संगठन उत्तर कन्या में वृहद आंदोलन करेंगे.
8 व 9 जनवरी को होगी 48 घंटे की हड़ताल
उन्होंने कहा कि सारा भारत खेत मजदूर, कृषक सभा खेत मजदूर समेत पूरा कृषक संगठन 8 और 9 जनवरी को 48 घंटा पूरे देश में हड़ताल करेंगे. इस दिन पूरे देश में रेल से लेकर सड़क सब जाम किया जायेगा. उत्तर से दक्षिण तक और कन्याकुमारी से कश्मीर तक इस दिन हड़ताल होगी. विशेषकर ग्रामीण अंचलों में यह बंद होगा. 40 साल में पहली बार ऐसा हड़ताल होगा.
3 फरवरी को ब्रिगेड में सभा
उन्होंने कहा कि ब्रिगेड को लेकर हुंकार भरी जा रही है. तीन फरवरी को वाममोर्चा की ब्रिगेड में सभा होगी. बुधवार को एक टीम आमडांगा मामले में पीड़ितों के परिवार को लेकर मानवाधिकार कमीशन के चेयरमैन से मिल कर आमडांगा के पूरे मामले की शिकायत करेंगे.
आमडांगा हिंसा का मूल आरोपी हैं ज्योतिप्रिय मल्लिक : सुजन
इधर वाममोरचा की ओर से माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती के नेतृत्व में एक प्रतिनिध दल ने राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मिल कर आमडांगा हिंसा मामले की शिकायत की और आमडांगा हिंसा में पीड़ितों को न्याय दिलाने, घर छोड़कर बाहर रह रहे माकपाइयों को सुरक्षित वापसी और पंचायत बोर्ड गठन की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा.
राज्यपाल से मिल कर लौटने के बाद सभा मंच से सुजन चक्रवर्ती ने पश्चिम बंगाल में आमडांगा में जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस के लोग अत्याचार कर रहे हैं और पुलिस प्रशासन उनका साथ दे रहा है. आमडांगा में पूरी हिंसा का मूल आरोपी ज्योतिप्रिय मल्लिक हैं.
उन्होंने कहा कि अपराधी पुलिस के साथ घूम रहे हैं और पीड़ित लोगों को जेल में डाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि रथयात्रा के नाम पर विभाजन की राजनीति हो रही है, लेकिन राज्य सरकार को समझने में डेढ़ माह लग गये. मुख्यमंत्री भाजपा को बचने के लिए अपने पास रख रही है, लेकिन ना ही सारधा मामले में कोई बचेगा और ना ही राफेल मामला में बचेगा.