कोलकाता : बीजेपी को ”रसगुल्ले” की तरह सीट मिलेगी : डेरेक

कोलकाता : भाजपा की पश्चिम बंगाल में गणतंत्र बचाओ रैली की इजाजत को लेकर हुए विवाद के बाद भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं में जुबानी जंग छिड़ी हुई है. तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में 20 सीटें जीतने के दावा कर रही है, उसको इस तरह का सपना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2018 2:17 AM
कोलकाता : भाजपा की पश्चिम बंगाल में गणतंत्र बचाओ रैली की इजाजत को लेकर हुए विवाद के बाद भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं में जुबानी जंग छिड़ी हुई है.
तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में 20 सीटें जीतने के दावा कर रही है, उसको इस तरह का सपना देखने की बजाय उन दो सीटों पर ध्यान देना चाहिए, जो पहले से उनके पास हैं. वर्ना उन्हें ‘रसगुल्ले’ की तरह जीरो सीट मिलेंगी.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भाजपा ने बंगाल में अपनी रथ यात्रा के लिए नई तारीखें तय की है. पार्टी इसके लिए हाई कोर्ट की मंजूरी का इंतजार कर रही है.
पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने बुधवार को ‘रथ यात्रा’ को ‘गणतंत्र बचाओ रैली’ के तौर पर पेश करते हुए कहा कि अब यह प्रस्तावित किया जा रहा है कि यह शनिवार, अगले सोमवार और बुधवार को निकाली जायेंगी.
मजूमदार ने कहा कि कलकत्ता हाई कोर्ट को तारीखों के बारे में जानकारी दे दी गयी है और बुधवार को सुनवाई होने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा, ‘हमने रथ यात्रा की इजाजत नहीं देने के तृणमूल कांग्रेस सरकार के फैसले का विरोध करने के लिए गणतंत्र बचाओ यात्रा’ की तीन तारीखें पहले ही निर्धारित कर ली हैं. यह 22 दिसंबर को कूचबिहार से, 24 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप से और 26 दिसंबर को वीरभूम जिले के तारापीठ से निकलेगी.
कोलकाता : रथयात्रा मामले का आज होगा निपटारा
कोलकाता : कलकत्ता हाइकोर्ट में भाजपा की प्रस्तावित लोकतंत्र बचाओ रथयात्रा का निपटारा गुरुवार को हो जायेगा. हालांकि इससे पहले भाजपा की ओर से वकील पार्टी का पक्ष अदालत में रखेंगे.
इधर बुधवार को मामले की सुनवाई में कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश तपोव्रत चक्रवर्ती की अदालत में राज्य सरकार के वकील आनंद ग्रोवर ने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इससे कानून व्यवस्था में विघ्न हो सकता है.
बुधवार को राज्य सरकार की ओर से खुफिया रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा गया कि रथयात्रा होने से विभिन्न जिलों में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है.
लोकतांत्रिक अधिकार के तहत भाजपा को करीब दो हजार सभा करने की अनुमति राज्य सरकार ने दी है, लेकिन रथयात्रा सभा के तहत नहीं आती. एडवोकेट जनरल किशोर दत्त ने कहा कि भाजपा की जो लोकतंत्र बचाओ यात्रा है उसके कुछ एजेंडे हैं. आखिरी एजेंडे में कहा गया है कि तृणमूल सांप्रदायिक है. हिंदुओं के साथ विश्वासघात कर रही है.
ऐसे में यात्रा की अनुमति कैसे दी जा सकती है? प्रशासन को कानूनी अधिकार है. यदि प्रशासन चाहे तो उसका इस्तेमाल करके अनुमति नहीं भी दे सकती है.
दूसरी ओर भाजपा के वकील ने राज्य सरकार की आशंका को आधारहीन बताया. उनका कहना था कि प्रशासन अधिकार का इस्तेमाल कर सकती है लेकिन उसका कोई सटीक कारण नहीं दिया गया.
केवल खुफिया रिपोर्ट पर भरोसा किया जा रहा है. दोनों पक्षों के तर्कों को सुनने के बाद अदालत ने स्पष्ट किया कि गुरुवार को मामले का निपटारा कर दिया जायेगा. लेकिन उससे पहले भाजपा के वकील, भाजपा का पक्ष अदालत में रखेंगे.
कोलकाता : यात्रा निकालने का हमें पूरा हक है : जयप्रकाश
कोलकाता : प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजुमदार ने कहा कि उनका हाइकोर्ट पर पूरा यकीन है. वे कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं.
राजनीतिक पार्टी होने के नाते राजनीतिक कार्यक्रमों को पूरा करने का उन्हें पूरा हक है. इसके लिए पूरी तैयारी भी कर लिये थे. काफी खर्च भी हुआ, लेकिन राज्य सरकार जबरन इसमें अड़ंगा लगा कर यात्रा को रोकने का प्रयास कर रही है.
इसमें वह विफल होगी. श्री मजुमदार ने कहा, गुरुवार को हमलोग हाइकोर्ट के सामने अपना पक्ष रखेंगे और अदालत से अपील करेंगे कि वह हमलोगों की यात्रा को मंजूरी दें, ताकि हमलोग पश्चिम बंगाल की जनता को यह बता सकें कि पश्चिम बंगाल में गणतंत्र और गणतांत्रिक प्रक्रिया का किस तरह हनन किया जा रहा है.

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