कोलकाता : राष्ट्र के प्रति गैरजिम्मेदाराना बातें ठीक नहीं : राज्यपाल

लखनऊ/कोलकाता : रापाठी ने अखिल भारतीय अधिवक्ता संघ के तीन दिवसीय सम्मलेन के समापन के अवसर किसी का नाम लिए बगैर कहा कि सवा अरब लोगों के देश में पिछले कुछ दिनों में एक-आध घटनाओं को लेकर राष्ट्र के प्रति बहुत गैर जिम्मेदराना बातें कहीं गयी जो बहुत सोचनीय हैं. ज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने बुधवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2018 1:32 AM
लखनऊ/कोलकाता : रापाठी ने अखिल भारतीय अधिवक्ता संघ के तीन दिवसीय सम्मलेन के समापन के अवसर किसी का नाम लिए बगैर कहा कि सवा अरब लोगों के देश में पिछले कुछ दिनों में एक-आध घटनाओं को लेकर राष्ट्र के प्रति बहुत गैर जिम्मेदराना बातें कहीं गयी जो बहुत सोचनीय हैं.
ज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने बुधवार को कहा कि कुछ लोगों द्वारा देश और राष्ट्र के प्रति गैर जिम्मेदाराना बातें करना बेहद सोचनीय है. त्रि
उन्होंने कहा कि इतने बड़े देश में एक-आध छोटी-मोटी घटना से लोकतंत्र समाप्त नहीं हो जाता. अभी हाल में एक घटना को लेकर यहां तक कहा गया कि लोक-तंत्र समाप्त हो गया है और देश में भय का वातावरण है.
त्रिपाठी के इस बयान को फिल्म कलाकार नसीरुद्दीन शाह की उस अभिव्यक्ति से जोड़ कर देखा जा रहा है जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में अब डर लगने लगा है. कई जगहों पर पुलिस अफसर से ज्यादा गाय की हत्या को महत्व दिया जा रहा है. देश में जहर फैल चुका है, इस जिन्न को बोतल में बंद करना मुश्किल होगा. कानून को अपने हाथों में लेने की खुली छूट मिल गयी है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में लोगों को न्याय दिलाने के लिये जन-हित याचिकाओं का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है. इसके साथ-साथ उन्होंने ये भी कहा कि जनहित याचिकाकर्ताओं को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि न्याय और न्यायालय की गरिमा बनी रहे. त्रिपाठी ने कहा कि अगर अधिवक्ता ही न्यायाधीश व न्यायालय के प्रति आदर का भाव नहीं रखेंगे तो न्याय व्यवस्था की प्रतिष्ठा कैसे बचेगी.

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