महानंदा नदी से छात्र का शव बरामद, मृतक पर पशु तस्करी में शामिल होने का आरोप
मालदा : भारत बांग्लादेश सीमावर्ती महानंदा नदी से एक दसवीं कक्षा के छात्र का शव बरामद किया गया है. इस घटना से हरिपुर थानांतर्गत आईहो इलाके में सनसनी है. मृत छात्र जयंत चौधरी (17) के पिता ने आरोप लगाया है कि मवेशी चोरी के आरोप में बीएसएफ जवानों ने पकड़ने के बाद उसकी बेरहमी से […]
मालदा : भारत बांग्लादेश सीमावर्ती महानंदा नदी से एक दसवीं कक्षा के छात्र का शव बरामद किया गया है. इस घटना से हरिपुर थानांतर्गत आईहो इलाके में सनसनी है. मृत छात्र जयंत चौधरी (17) के पिता ने आरोप लगाया है कि मवेशी चोरी के आरोप में बीएसएफ जवानों ने पकड़ने के बाद उसकी बेरहमी से पिटायी की जिससे उसकी मौत हो गयी.
जवानों ने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिये शव को महानंदा नदी में फेंक दिया था. उन्होंने संबंधित थाना पुलिस से घटना की गहरायी से छानबीन करने की मांग की है.
पुलिस सूत्र के अनुसार मृत छात्र जयंती चौधरी हरिरपुर थानांतर्गत ऋ षिपुर ग्राम पंचायत के देवीनगर गांव का निवासी था. वह ऋ षिपुर हाई स्कूल में दसवीं का छात्र था. गुरुवार की सुबह आईहो इलाके में तैनात बीएसएफ के जवानों ने शव को बरामद कर उसे हरिरपुर थाना पुलिस को सौंप दिया.
उसके बाद पुलिस ने शव के अंत्यपरीक्षण के लिये उसे मालदा मेडिकल कॉलेज-अस्पताल भिजवाया. पुलिस के जांच अधिकारी ने बताया कि अंत्यपरीक्षण की रिपोर्ट मिलने के बाद ही छात्र की मौत की असली वजह का पता चल सकेगा.
उधर, बीएसएफ के एक अधिकारी ने जवानों द्वारा पीटे जाने से मौत होने के आरोप का खंडन किया है. उन्होंने बताया कि यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है. हालांकि उन्होंने यह जरूर माना कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से मवेशियों की तस्करी की गतिविधियों पर रोकथाम के लिये कड़ी निगरानी रखी जा रही है. उधर, मृत छात्र के परिवारवालों ने मवेशी तस्करी में उसकी संलिप्तता को स्वीकार किया है.
मृत छात्र के पिता और पेशे से दैनिक मजदूर भरोसा चौधरी ने बताया कि ने जांच अधिकारी को बताया कि अपने कई दोस्तों की संगत में आकर उनका बेटा मवेशी तस्करी के धंधे में फंस गया था. पिछले दो दिनों से उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा था. बाद में पता चला कि आईहो इलाके के मोहना सीमांत इलाके से होकर मवेशी तस्करी के प्रयास में उनका बेटा बीएसएफ जवानों द्वारा पकड़ा गया है.
बाकी लोग वहां से भाग गये लेकिन उनका बेटा पकड़ा गया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटे की बेरहमी से पिटायी की गयी जिससे उसकी मौत हो गयी. इस घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिये. दोष से बचने के लिये उसके शव को महानंदा में फेंक दिया गया था.
हरिरपुर थाना के जांच अधिकारी ने बताया कि अंत्यपरीक्षण की रिपोर्ट मिलने के बाद ही छात्र की मौत की असली वजह का पता चल सकेगा. परिवार की तरफ से शिकायत दर्ज किये जाने के बाद घटना की जांच की जा रही है. खबर लिखे जाने तक पुलिस अधिकारी बीएसएफ के संबंधित अधिकारी से बात कर रहे थे.