कोलकाता : गंगासागर तीर्थयात्रियों की सबसे बड़ी असुविधा अब होगी दूर, मूड़ीगंगा पर बनेगा सेतु, अपने दम पर सेतु बनायेगी राज्य सरकार

कोलकाता : गंगासागर तीर्थयात्रियों की जल्द ही सबसे बड़ी असुविधा दूर होनेवाली है. राज्य सरकार ने मूड़ीगंगा पर सेतु बनाने की घोषणा की है. इससे हर वर्ष लाखों की संख्या में गंगासागर पहुंचनेवाले तीर्थयात्रियों को काफी सहूलियत होगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को आउट्राम घाट पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मूड़ीगंगा पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2019 6:30 AM
कोलकाता : गंगासागर तीर्थयात्रियों की जल्द ही सबसे बड़ी असुविधा दूर होनेवाली है. राज्य सरकार ने मूड़ीगंगा पर सेतु बनाने की घोषणा की है. इससे हर वर्ष लाखों की संख्या में गंगासागर पहुंचनेवाले तीर्थयात्रियों को काफी सहूलियत होगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को आउट्राम घाट पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मूड़ीगंगा पर सेतु बनाने के लिए राज्य सरकार अब केंद्र सरकार से भीख नहीं मांगेगी.
उन्होंने कहा : हमारे पास भले ही ज्यादा फंड नहीं है, लेकिन अब हम हाथ नहीं फैलायेंगे. गंगासागर मेला जानेवाले पुण्यार्थियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार अब अपने दम पर मूड़ीगंगा पर सेतु बनायेगी.
केंद्र पर लगाया आरोप :
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने केंद्र को ताजपुर में प्रस्तावित पोर्ट के लिए अपनी हिस्सेदारी भी दे दी थी. इसके बदले में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मूड़ीगंगा पर सेतु बनाने की मांग की थी.
इतना ही नहीं, ताजपुर में पोर्ट प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार ने केंद्र को 74 व स्वयं के हिस्से में मात्र 26 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने का प्रस्ताव दिया था.
लेकिन चार वर्ष बीतने के बाद भी केंद्र सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया. इसलिए राज्य सरकार ने अब अपने दम पर मूड़ीगंगा पर सेतु बनाने का फैसला किया है. उन्होंने बताया कि इस सेतु के निर्माण पर लगभग 1500 करोड़ रुपये की लागत आयेगी.
राज्य के लोक निर्माण विभाग को सेतु के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का जिम्मा सौंपा गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास फंड की कमी है, इसलिए अगले दो-तीन वर्षों में सेतु का निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा.
घंटों इंतजार करना पड़ता है :
उल्लेखनीय है कि कोलकाता से गंगासागर जाने के लिए तीर्थयात्रियों को लॉट नंबर 8 से मूड़ीगंगा पार करना होता है. भाटा के समय मूड़ीगंगा में पानी काफी कम हो जाता है. उस पानी में मोटरचालित नौका (स्टीमर) चला पाना संभव नहीं हो पाता. ऐसे में तीर्थयात्रियों को भाटा के समय मूड़ीगंगा के तट पर घंटों इंतजार करना पड़ता है. कभी-कभी भगदड़ की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती थी.
कोलकातावासियों को सौगात : जिंजिराबाजार-बाटानगर फ्लाइओवर का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आउट्राम घाट से ही दक्षिण कोलकाता में जिंजिराबाजार-बाटानगर तक बने नवनिर्मित फ्लाइओवर का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस नये फ्लाइओवर से बजबज, महेशतला व पुजाली क्षेत्र में रहनेवाले लोगों की यातायात समस्या दूर हो जायेगी.
साथ ही मुख्यमंत्री ने वहां के लोगों को राहत देते हुए फ्लाइओवर पर दो पहिया व चार पहिया और सब्जीवाले वाहनों से किसी प्रकार का टोल टैक्स नहीं लेने की घोषणा की.
इस फ्लाइओवर का निर्माण पीपीपी मॉडल के तहत किया गया है, इसलिए फ्लाइओवर बनानेवाली कंपनी इस पर से गुजरनेवाले वाहनों से टोल टैक्स लेगी. हालांकि स्थानीय लोगों ने दो व चार पहिया वाहनों से टोल टैक्स नहीं लेने का आग्रह किया था, जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार कर लिया.
एनआरएस में भी होगा कैंसर का इलाज
महानगर में सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में अब कैंसर का भी इलाज किया जायेगा. राज्य सरकार ने कैंसर का इलाज 40 करोड़ रुपये की लागत से दो अत्याधुनिक उपकरण खरीदे हैं, जिन्हें एनआरएस अस्पताल में स्थापित किया गया है. यहां अब यहां अब रोजाना 70 कैंसर रोगियों का इलाज किया जायेगा.

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