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पुरुलिय : रघुनाथपुर में मधुमक्खियों ने दस को काटा, गंभीर
पुरुलिय : रघुनाथपुर शहर अंतर्गत रघुनाथपुर-बराकर तथा रघुनाथपुर- संतालडीह सड़क मोड़ स्थल पर रघुनाथपुर पीएचईडी कार्यालय के समक्ष मधुमक्खी के आतंक है. आसपास की दुकान भी बंद हो रही हैं. पिछले दो दिनों से मधुमक्खी के काटने से अब तक 10 लोग बीमार हो गये हैं. एक महिला और पांच पुरुष रघुनाथपुर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल […]
पुरुलिय : रघुनाथपुर शहर अंतर्गत रघुनाथपुर-बराकर तथा रघुनाथपुर- संतालडीह सड़क मोड़ स्थल पर रघुनाथपुर पीएचईडी कार्यालय के समक्ष मधुमक्खी के आतंक है. आसपास की दुकान भी बंद हो रही हैं.
पिछले दो दिनों से मधुमक्खी के काटने से अब तक 10 लोग बीमार हो गये हैं. एक महिला और पांच पुरुष रघुनाथपुर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में इलाजरत हैं. पांच लोग प्राथमिक इलाज कराने के बाद घर लौट गये हैं.
रामू मेटा, लक्ष्मण मेटा, विकी कुमार, अनीता सरदार, भादू बाउरी, मंजू माझी आदि मधुमक्खी के काटने से गंभीर रूप से अस्वस्थ हैं. अधिकांश ही अपने कार्य समाप्त कर रघुनाथपुर संतालडीह सड़क से अपने घर लौट रहे थे. अचानक हजारों बड़ी मधुमक्खियों ने इन पर हमला कर दिया. सभी जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे. कई ने पास के तालाब में डुबकी भी लगाई.
लेकिन वे बच नहीं सके. घटना के बाद रघुनाथपुर पीएचईडी कार्यालय के कर्मचारियों में भी आतंक है क्योंकि इस कार्यालय परिसर के एक नीम के पेड़ पर ही बड़े आकार का मधुमक्खी का छत्ता है. इस छत्ते से ही बीच बीच में हजारों मधुमक्खी रास्ते पर चल रहे लोगों पर आक्रमण कर रही हैं.
कर्मचारियों तथा अधिकारियों ने वन विभाग एवं दमकल विभाग से छत्ते को सुरक्षित रूप से हटाने का अनुरोध किया है. अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. पिछले 17 नवंबर को आद्रा में मधुमक्खी के काटने से चतुर्थ वर्गीय महिला कर्मचारी की मौत हो गई थी. अन्य महिला कर्मचारी गंभीर रूप से बीमार हो गई थी.
दुर्गापुर में पीठा उत्सव आयोजित किया तृणमूल ने
दुर्गापुर. छह नंबर वार्ड अंतर्गत इस्पात नगर के तिलक रोड मैदान में तृणमूल वार्ड कमेटी ने सोमवार को पीठा उत्सव आयोजित किया. विभिन्न प्रकार के पीठा के 25 स्टॉल लगाये गये. उत्सव के दौरान बाउल गीत, लोक नृत्य का आयोजन किया गया.
उद्घाटन समारोह में उपमेयर अनिंदिता मुखर्जी, नगर निगम चेयरमैन मृगेंद्रनाथ पाल, वार्ड पार्षद राजीव घोष इत्यादि उपस्थित थे. उन्होंने विभिन्न स्टॉलों का परिदर्शन कर पीठा व्यंजन का आनंद लिया. सुश्री मुखर्जी ने कहा कि पीठा पुली संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है.
पौष माह में पीठा का महत्व काफी है. पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही परंपरा को निभाने का प्रयास किया जा रहा है. सरकार संस्कृति से जुड़ी हर परंपरा को बढ़ावा देने के लिए सहयोग करती है.
पार्षद मोनी दास गुप्ता ने कहा कि उत्सव के जरिये समाज के लोगों को एकजुट कर उनके साथ मनोरंजन करने का प्रयास किया गया.
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