मालदा : मतदाता सूची प्रकाशित होने के साथ ही तृणमूल ने की तैयारी तेज
मालदा : आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने के साथ ही सत्तारूढ़ तृणमूल ने अपनी चुनावी तैयारी तेज कर दी है. मालदा की दो लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी के अंदरखाने में हलचल तेज है. गत 10 जनवरी को कोतवाली में मालदा जिले के तृणमूल कांग्रेस […]
मालदा : आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने के साथ ही सत्तारूढ़ तृणमूल ने अपनी चुनावी तैयारी तेज कर दी है. मालदा की दो लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी के अंदरखाने में हलचल तेज है.
गत 10 जनवरी को कोतवाली में मालदा जिले के तृणमूल कांग्रेस पर्यवेक्षक शुभेन्दु अधिकारी को अबू नासेर खान चौधरी ने रात्रि भोज पर बुलाया था.
बताया जाता है कि इस भोज के दौरान अबू नासेर ने लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा शुभेन्दु अधिकारी के सामने जाहिर की. उन्होंने यह भी बताया कि अगर ममता दीदी चाहे तो दक्षिण मालदा से उन्हें अपने छोटे भाई अबू हासेम खान चौधरी के खिलाफ चुनाव लड़ने से परहेज नहीं होगा.
उल्लेखनीय है कि मालदा जिला गनीखान चौधरी के गढ़ के रूप में जाना जाता है. 2014 के लोकसभा चुनाव में तृणमूल ने पूरे राज्य में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन मालदा जिले के दोनों सीटों पर उसकी दाल नहीं गली. दक्षिण और उत्तर मालदा दोनों सीटों पर तृणमूल चौथे स्थान पर रही थी.
यही स्थिति 2016 के विधानसभा चुनाव में भी रही. यहां की 12 विधानसभा सीटों में से तृणमूल एक भी सीट नहीं जीत पायी थी. लेकिन अब उसने मालदा जिले से कांग्रेस पार्टी का दबदबा खत्म करने के लिए रणनीति बना ली है.
दक्षिण मालदा के कांग्रेस सांसद अबू हासेम खान चौधरी से जब यह पूछा गया कि उनकी सीट पर उनके बड़े भाई भी मैदान में उतरने को तैयार हैं, तो उन्होंने कहा कि तृणमूल के नेता एनआरआइ एमपी होने की बात कहकर उनका मजाक बनाते हैं. जनता यह सब देख रही है और चुनाव में उचित जवाब देगी.