खट्टे-मीठे अनुभवों के साथ एपीजे लिटरेरी फेस्ट का हुआ समापन

कोलकाता : शब्दों के मेले में सृजन पर्व की भावना काे चरितार्थ करता तीन दिवसीय एपीजे लिटरेरी फेस्ट रविवार को संपन्न हो गया. इस बार सेंट पॉल मैदान की बजाय पार्क स्ट्रीट स्थित विरासत व धरोहर को संजोये भवनों में इसको साकार किया गया था, जिसमें पाठकों ने मनपसंद साहित्यकारों व देश के एक से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2019 2:19 AM
कोलकाता : शब्दों के मेले में सृजन पर्व की भावना काे चरितार्थ करता तीन दिवसीय एपीजे लिटरेरी फेस्ट रविवार को संपन्न हो गया. इस बार सेंट पॉल मैदान की बजाय पार्क स्ट्रीट स्थित विरासत व धरोहर को संजोये भवनों में इसको साकार किया गया था, जिसमें पाठकों ने मनपसंद साहित्यकारों व देश के एक से बढ़ कर एक नामचीन लोगों के साथ सीधा संवाद किया. यह साहित्य उत्सव नहीं सांस्कृतिक उत्सव था.
राजनीतिज्ञों व पूर्व ब्यूरोक्रेट की भी थी भागीदारी
इसमें शशि थरूर से लेकर पूर्व रॉ प्रमुख एएस दौलत, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला, जाने माने पत्रकार रवीश कुमार से लेकर रोमांस लेखक रवींद्र सिंह व पौराणिक आख्यानों के लेखक देवदत्त पटनायक ने भी भाग लिया था.
कई गणमान्य सम्मानित
इस बार का प्रथम प्रभा खेतान वूमेन वॉयस अवार्ड प्रख्यात लेखिका रजनी मुरली को प्रदान किया गया. उन्हें संदीप भूतोड़िया ने पुरस्कार प्रदान किया. इसके अलावा एकेएलएफ-जगरनॉट न्यू आथर प्राइज 2019 के लिए विजेता के रूप में आरती शाह को नामित किया गया.
एकेएलएफ की निर्णायक मंडली में भारत के प्रथम हेरिटेज होटलियर अमरनाथ, कला आलोचक व क्यूरेटर अलका पांडे, एपीजे समूह की निदेशक प्रीति पॉल आदि शामिल थे.
इसके साथ ही कवर डिजाइन के लिए गैविन मॉरिस, सिराज हुसैन, प्रिया कुरियन, बोनिता वैज, शिमरे, मीसा ऑबराय, कल्याणी गणपति को शार्टलिस्ट किया गया. इनमें से विजेता की घोषणा 24 जनवरी को होने वाले जयपुर साहित्स उत्सव में किया जाएगा. आक्सफोर्ड बुक कवर अपनी तरह का पहला पुरस्कार है जो किताब के सर्वश्रेष्ठ कवर डिजाइन के लिए प्रदान किया जाता है.
कई पुस्तकों की रही चर्चा
इस दौरान कई पुस्तकों को लेकर चर्चा रही, जिनमें भारतीय खुफिया सेवा के पूर्व प्रमुख एएस दौलत की पुस्तक ‘द स्पाई क्रानिकल रॉ, आइएसआई …’ एक रही. यह पुस्तक उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया सेवा के प्रमुख रह चुके जनरल असद दुरानी के साथ मिल कर लिखी है. वहीं नीता बाजोरिया की पुस्तक ‘द लीप’ को भी पाठकों से खासा उत्साह मिला.

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