न हिंदू न मुसलमान, हमारा मुद्दा किसान और नौजवान : योगेंद्र

कोलकाता : स्वराज इंडिया पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष याेगेंद्र यादव ने कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में एेसा पहली बार हो रहा है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी पार्टियों का मुद्दा किसान और नौजवान बन गये हैं. यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2019 3:15 AM
कोलकाता : स्वराज इंडिया पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष याेगेंद्र यादव ने कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में एेसा पहली बार हो रहा है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी पार्टियों का मुद्दा किसान और नौजवान बन गये हैं. यह एक सुखद अहसास दिला रहा है.
फिलहाल उनकी पार्टी इस मुद्दे पर आम लोगों को लामबंद करने में जुटी है. इसके लिए उन लोगों आइकेन-19 को लांच किया है. इसका मतलब है इंडियन सिटीजंस एक्शन फाॅर नेशन. इसके तहत सभी वर्ग और आयु के नौजवान को जोड़ा जायेगा. उसी कड़ी के तहत उनका बंगाल आना हुआ है.
शनिवार को सभी विपक्षी पार्टियों के नेता जब गठबंधन का राग अलाप रहे थे, तो उस वक्त वह कुलतली जैसे सुदूर प्रांत में किसानों और नौजवानों को लेकर सभा कर रहे थे. इस चुनाव में सभी पार्टियां कुर्सी की लड़ाई लड़ रही हैं. हालांकि इस बार चुनाव में हमारी पार्टी का काम केवल दरी बिछाने का है.
उन्होंने कहा कि तमाम विरोधी पार्टियां इवीएम का विरोध कर रही हैं. लेकिन अब तो इवीएम के साथ वीवीपैट भी आ गया है. ऐसे में अगर किसी को कोई संदेह रहता है कि धांधली हुई है, तो सभी मशीनों में से किसी एक मशीन का चुनाव कर उसकी गणना वीवीपैट से मिलाकर देखा जा सकता है.
ऐसे में एक या सवा घंटा का अतिरिक्त वक्त लग सकता है. लेकिन बैलेट के विकल्प में ही तो इवीएम आयी है. जब नतीजे पक्ष में आते हैं, तो कुछ नहीं कहा जाता. और जब पक्ष में नहीं होता है, तो ठीकरा इवीएम पर फोड़ा जाता है.
गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा का विरोध केवल मोदी विरोध से नहीं हो सकता. क्योंकि इस रैली में कोई एजेंडा व योजना नहीं थी. मोदी यही चाहते थे कि मुकाबला मोदी बनाम विपक्ष का हो, तो वह कामयाब रहे. यह बंगाल का दुर्भाग्य है कि वाममोर्चा के बाद उसे दो ही विकल्प मिले. इस बार भी उसे वही मिल रहा है.
हालांकि पश्चिम बंगाल में माफिया राज है और जनता उये हटा रही है, तो विकल्प के रूप में उसके सामने भाजपा उभर कर आ रही है. हालांकि भाजपा की योजना थी कि वह रथयात्रा निकाले. अगर वह इसमें सफल होती, तो उसका कद काफी बढ़ जाता. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
उन्होंने कहा कि भाजपा का मंदिर बनाने और राम का प्रेम बिल्कुल उसी तरह है जैसे जिन्ना का इस्लाम में था. आज देश फिर दोराहे पर खड़ा है. एक बार फिर हिंदू-मुसलमान की लड़ाई झेलने के लिए देश तैयार नहीं है. इसे रोकने के लिए विकल्प का होना जरूरी है.

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