कोलकाता : प्लेटफॉर्म के बजाय बीच लाइन पर आयी ट्रेन, हड़कंप, जल्दबाजी में यात्री लाइन पर ही लगे कूदने

कोलकाता : रेलवे द्वारा यात्री सुरक्षा के लाख दावे किये जा रहे हों, लेकिन आये दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जो रेलवे के सारे दावों पर प्रश्नचिह्न लगा देती है. इसी तरह की एक घटना गुरुवार को दक्षिण-पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल के अंतर्गत दासनगर स्टेशन पर हुई, जब पांसकुड़ा-हावड़ा लोकल ट्रेन प्लेटफॉर्म पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2019 3:27 AM

कोलकाता : रेलवे द्वारा यात्री सुरक्षा के लाख दावे किये जा रहे हों, लेकिन आये दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जो रेलवे के सारे दावों पर प्रश्नचिह्न लगा देती है. इसी तरह की एक घटना गुरुवार को दक्षिण-पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल के अंतर्गत दासनगर स्टेशन पर हुई, जब पांसकुड़ा-हावड़ा लोकल ट्रेन प्लेटफॉर्म पर न आकर स्टेशन की बीच लाइन पर आ गयी.

प्लेटफार्म होते हुए भी ट्रेन ऐसी लाइन पर खड़ी की गयी, जहां प्लेटफाॅर्म नहीं था. ट्रेन की दोनों ओर अप व डाउन लाइन थी. ऐसी स्थिति में यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. जिन यात्रियों को दासनगर स्टेशन पर उतरना था, वे किसी तरह से रेल लाइन पर ही उतरे. लेकिन जो नहीं उतर पाये, वे ट्रेन में ही फंसे रहे.

सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं-बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों को हुई. इससे यात्री आक्रोषित हो गये. घटना के बाद स्टेशन पर मौजूद यात्रियों ने ट्रेन को रोक दिया और प्रदर्शन करने लगे.

गुस्साये यात्रियों ने रेल परिचालन ठप कर करीब तीन घंटे तक रेलवे के खिलाफ प्रदर्शन किया. सुबह 8.25 बजे से 11 बजे तक रेल अवरोध चला. उस वक्त पास की लाइन से दुरंतो एक्सप्रेस जानेवाली थी. इधर, घटना की सूचना मिलते ही खड़गपुर मंडल कार्यालय में हड़कप मच गया.
अधिकारियों ने तुरंत भारी संख्या में आरपीएफ और जीआरपी जवानों व अिधकािरयों को मौके पर भेजा. उन्होंने यात्रियों को समझा-बुझाकर ट्रैक खाली करवाया. घटना के पीछे स्टेशन मास्टर की लापरवाही मानी जा रही है. दक्षिण पूर्व रेल प्रशासन ने इस घटना की वजह सिग्नलिंग में यांत्रिक खराबी भी बतायी है.
तीन लोकल ट्रेनें हुईं रद्द
घटना के बाद तीन घंटे तक चले प्रदर्शन के कारण हावड़ा-खड़गपुर रेलवे खंड में एक के बाद एक कई ट्रेनें खड़ी हो गयीं. घटना के कारण जहां दर्जनों ट्रेनें लेट हुईं, वहीं कई लोकल ट्रेनों को रद्द करना पड़ा. सुबह 11 बजे तक रेल प्रशासन ने सात लोकल ट्रेनों को रद्द किया था था. रद्द होनेवाली ट्रेनों में तीन पांसकुड़ा लोकल, दो उलबेड़िया लोकल और दो कोलाघाट लोकल हैं.
प्राथमिक जांच से लगता है कि यह घटना ड्राइवर और स्टेशन मैनेजर की आपसी गलतफहमी के कारण हुई है. घटना की विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं. दोषी पाये जाने पर सजा होगी. यह घटना सिग्नल में तकनीकी गड़बड़ी के कारण भी हो सकती है.
संजय घोष, दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी
…तो हो सकता था बड़ा हादसा
पांसकुड़ा लोकल से हावड़ा आ रहे यात्री शहाबुल इसलाम ने बताया कि दोनों तरफ रेल लाइन थी, लेकिन यात्री जल्दबाजी में ट्रेन से रेल लाइन पर ही कूदने लगे. ऐसे में यदि कोई ट्रेन अप या डाउन लाइन पर आ जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था. घटना के बाद से ट्रेन यात्रियों में भगदड़ की स्थिति रही. शहाबुल ने बताया कि कई यात्री ट्रेन से कूदकर उतरने लगे, जिससे उन्हें चोटें भी आयीं.
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