गूपी गाइन बाघा बाइन के लिए पैसे लगाने को तैयार थे राजकपूर : टीनूू आनंद
कोलकाता : सत्यजीत रे की बच्चों के लिए बनायी गयी, बहुचर्चित फिल्म, ‘गूपी गाइन बाघा बाइन’ को फाइनेंस करने के लिए निर्माता-निर्देशक व अभिनेता राजकपूर तैयार थे, लेकिन बदले में वह चाहते थे कि सत्यजीत रे, उनके बेटे रणधीर कपूर की पहली फिल्म निर्देशित करें. यह जानकारी फिल्म निर्देशक व अभिनेता टीनूू आनंद ने दी. […]
कोलकाता : सत्यजीत रे की बच्चों के लिए बनायी गयी, बहुचर्चित फिल्म, ‘गूपी गाइन बाघा बाइन’ को फाइनेंस करने के लिए निर्माता-निर्देशक व अभिनेता राजकपूर तैयार थे, लेकिन बदले में वह चाहते थे कि सत्यजीत रे, उनके बेटे रणधीर कपूर की पहली फिल्म निर्देशित करें. यह जानकारी फिल्म निर्देशक व अभिनेता टीनूू आनंद ने दी.
टीनूू आनंद ने ‘गूपी गाइन बाघा बाइन’ में सत्यजीत रे के सहयोगी थे. 43वें अंतर्राष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले में छठे कोलकाता लिटरेचर फेस्टिवल में टीनूू आनंद ने बताया कि राजकपूर की बेटी की शादी में पहुंचे मानिक दा (सत्यजीत रे) को राजकपूर ने उक्त फिल्म को फाइनेंस करने की बात कही थी, बशर्ते श्री रे रणधीर कपूर की पहली फिल्म निर्देशित करें.
हालांकि कलकत्ता के युवा निर्माता असीम दत्ता ने सत्यजीत रे को कहा कि उन्हें बंबई में जाकर फिल्म बनाने की जरूरत नहीं, वह उसमें पैसे लगाने के लिए तैयार हैं. टीनूू आनंद कहते हैं कि यह बहुत अच्छा हुआ कि गूपी गाइन बाघा बाइन बंबई में नहीं, बल्कि कोलकाता में बनी.
फिल्म के 50 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में टीनूू आनंद ने कलकत्ता में सत्यजीत रे के सहयोगी के तौर पर अपने पुराने दिनों को याद किया. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त असिस्टेंट डायरेक्टर रखने के साधन निर्माताओं के पास नहीं होते थे, लेकिन जब वह सत्यजीत रे से मिले तो बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर के लिए उनसे कहा.
श्री रे ने बताया कि उन्होंने निर्माता को असिस्टेंट डायरेक्टर रखने के लिए मना लिया है. उन्होंने टीनू आनंद को कुछ कागज सौंपे और बताया कि वह सुबह 4.30 बजे उठे और उनके लिए फिल्म का विस्तृत सारांश लिखा है. टीनू आनंद के मुताबिक इतनी बड़ी हस्ती द्वारा यह करना उन्हें छू गया.