कूचबिहार : सात साल पहले बांग्लादेश से आया घुसपैठिया गिरफ्तार
कूचबिहार : अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार एक तृणमूल कार्यकर्ता पर बांग्लादेशी घुसपैठिया होने का आरोप सामने आया है. गत 12 फरवरी को आरोपी उमर फारूक को कूचबिहार-1 ब्लॉक के घुघुमारी ढाबा संलग्न रास्ते पर उसके पांच साथियों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उनके पास से 4 अत्याधुनिक आग्नेयास्त्र बरामद हुए थे. दिनहाटा […]
कूचबिहार : अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार एक तृणमूल कार्यकर्ता पर बांग्लादेशी घुसपैठिया होने का आरोप सामने आया है. गत 12 फरवरी को आरोपी उमर फारूक को कूचबिहार-1 ब्लॉक के घुघुमारी ढाबा संलग्न रास्ते पर उसके पांच साथियों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उनके पास से 4 अत्याधुनिक आग्नेयास्त्र बरामद हुए थे. दिनहाटा के साहेबगंज थाने के चौधरीहाट ग्राम पंचायत इलाके के नागरेर बाड़ी इलाके को गिरफ्तार युवक का वर्तमान ठिकाना बताया गया है. हालांकि युवक मूल रूप से बांग्लादेश का रहनेवाला है.
स्थानीय निवासियों ने बताया कि उमर फारूक बांग्लादेश के बगुड़ा जिले के शेरपुर इलाके का निवासी है. वह बांग्लादेश के अनसर गांव में प्रतिरक्षा वाहिनी नामक एक सरकारी संस्था में काम करता था. सात साल पहले वह सीमापार से घुसपैठ करके भारत में आ गया था.
उसके बाद से वह दिनहाटा के चौधरीहाट इलाके के नगरेरबाड़ी गांव में एक व्यक्ति को अपना पिता बताकर रहने लगा. लोगों का कहना है कि कुछ दिनों तक वह बाहरी राज्य में श्रमिक का भी काम करता था. फिर लौटकर शादी करके घर बसा लिया. वर्तमान में फारूक इलाके में तृणमूल का सक्रिय कार्यकर्ता माना जाता है. कुछ दिनों पहले उसके खिलाफ बम फेंकने व गोली चलाने की शिकायत सामने आयी थी. आखिरकार वह पुलिस के जाल में फंस ही गया.
इस संबंध में जिला के तृणमूल नेताओं का कहना है कि युवक के संबंध में उन्हें कुछ ही दिनों पहले पता चला है. जिला पुलिस अधीक्ष अभिषेक गुप्ता ने कहा कि घटना को लेकर छानबीन चल रही है.
बांग्लादेशी प्रमाणित होने पर विदेशी नागरिक कानून के तहत कार्रवाई की जायेगी. इधर पकड़े गये उसके अन्य साथियों में दिनहाटा के करला निवासी सुजन इस्लाम के साथ सोशल मीडिया पर सांसद पार्थ प्रतिम राय की तस्वीर देखी गयी है. इसे लेकर भी चर्चा शुरू हो गयी है. गिरफ्तारी के अगले दिन अदालत में पेशी के दौरान फारूक ने खुद को तृणमूल कार्यकर्ता के तौर पर दावा किया.
इस मामले में सीपीएम के जिला सचिव अनंत राय ने कहा कि तृणमूल समाजविरोधियों का अखाड़ा है. इस पार्टी में बांग्लादेश के अपराधियों को भी धड़ल्ले से शामिल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस इन्हें पकड़ने जाती है तो सत्ताधारी पार्टी नेताओं के इशारे पर उन्हें पीछे हटना पड़ता है. पूरे राज्य में अब यही चल रहा है.