अगले महीने और झटके देगी बिजली
कोलकाता: अगले महीने से बिजली उपभोक्ताओं को अपनी जेब और अधिक ढीली करनी पड़ सकती है. महंगाई पर केंद्र की बार-बार खिंचाई करनेवाली तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने बिजली दरों में इजाफे की योजना बनायी है. अगले महीने से बिजली दरों में 20 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि हो सकती है. इससे राज्य में बिजली […]
कोलकाता: अगले महीने से बिजली उपभोक्ताओं को अपनी जेब और अधिक ढीली करनी पड़ सकती है. महंगाई पर केंद्र की बार-बार खिंचाई करनेवाली तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने बिजली दरों में इजाफे की योजना बनायी है. अगले महीने से बिजली दरों में 20 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि हो सकती है.
इससे राज्य में बिजली दर 5.93 रुपये प्रति यूनिट से बढ़कर 6.13 रुपये हो जायेगी. पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, उच्च श्रेणी के कोयले की कीमतों में वृद्धि के मद्देनजर बिजली दरें बढ़ाने का फैसला लिया गया है. 20 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हो सकती है.
तृणमूल सरकार में पांचवीं बार वृद्धि
गौरतलब है कि मई 2011 में सत्ता में आने के बाद से तृणमूल सरकार द्वारा बिजली दरों में पांचवीं बार बढ़ोतरी की जायेगी. पिछले दो वर्षो में बिजली दरों में 26 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है. अगर अगले महीने बिजली दरों में बढ़ोतरी का फैसला लागू होता है, तो यह आंकड़ा 30 फीसदी पर पहुंच जायेगा.
मजबूरी का रोया रोना : अधिकारी का कहना था कि बिजली दरों में बढ़ोतरी मजबूरी हो गयी है. उच्च श्रेणी के कोयले की कीमतों में इजाफे से उत्पादन लागत बढ़ी है. उन्होंने बताया कि अगले महीने से प्रति यूनिट 20 पैसे की बढ़ोतरी हो सकती है. इसे उपभोक्ताओं के मंथली वेरिएबल कॉस्ट एडजस्टमेंट (एमवीसीए) के साथ जोड़ा जायेगा.
गौरतलब है कि वाम मोरचा के कार्यकाल में मई 2011 के ठीक पहले बिजली दरों में 44 पैसे की वृद्धि हुई थी. बिजली दरें 4.27 रुपये प्रति यूनिट से बढ़ा कर 4.71 रुपये प्रति यूनिट कर दिया गया था. तृणमूल सरकार के दौरान दो वर्ष में बिजली दर 4.71 रुपये प्रति यूनिट से बढ़ कर 5.93 रुपये प्रति यूनिट हो गयी है. अब यह 6.13 रुपये प्रति यूनिट हो सकती है.