सीटू समेत सात यूनियनों ने किया है हड़ताल का एलान
कोलकाता : सीटू समेत सात श्रमिक संगठनों ने शुक्रवार को राज्य की जूट मिलों में 24 घंटे की हड़ताल का एलान किया है. इस हड़ताल को एआइटीयूसी, यूटीयूसी, टीयूसीसी, एआइयूटीयूसी, एआइसीसीटीयू और बंगाल चटकल मजदूर मोर्चा ने भी समर्थन दिया है. गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीटू के प्रदेश महासचिव अनादि साहू ने कहा कि लंबे समय से जूट मिल श्रमिकों की 22 सूत्री मांगों पर सुनवाई नहीं हो रही है. बुधवार को जिस समझौते पर कुछ यूनियनों ने दस्तखत किये हैं, वह श्रमिकों के हित में नहीं है. श्रमिकों की मांगों को लेकर राज्य सरकार और जूट मिल प्रबंधन दोनों ही उदासीन हैं.
18 हजार न्यूनतम वेतन, छह हजार न्यूनतम पेंशन, अस्थाई श्रमिकों के नियमितीकरण जैसी मांगों को स्वीकार नहीं किया गया है. मात्र दो रुपये बेसिक पे बढ़ाया गया है, जो अमानवीय है. श्रमिकों के ग्रेच्युटी मद में छह सौ करोड़ रुपये, पीएफ के तीन सौ करोड़ रुपये और इएसआइ के सौ करोड़ रुपये बकाया है. लेकिन न ही केंद्र और न ही राज्य सरकार इस ओर ध्यान दे रही है. अब आंदोलन ही एकमात्र विकल्प है.
गौरतलब है कि बुधवार को यूनियनों की कुछ मांगों पर प्रबंधन और श्रमिक संगठनों के एक वर्ग में सहमति बन गयी. बीएमएस और आइएनटीयूसी समेत विभिन्न यूनियनों ने समझौते पर हस्ताक्षर किये, लेकिन सीटू समेत सात यूनियनों ने बैठक से वाकआउट किया.