आयुर्वेदिक दवाओं की गुणवत्ता संबंधी शिकायतें भी होंगी दर्ज

कोलकाता : विभन्नि आयुर्वेद दवाओं के संबंध में रोगियों की शिकायतों को सीधे प्राप्त करने के लिए आयुर्वेद फार्माको विजिलेंस सेल को सेंट्रल आयुर्वेद रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर ड्रग डेवलपमेंट (सीएआरआईडीडी) में खोला गया है, ताकि लोग सीधे अपनी शिकायत को आसानी से यहां दर्ज करवा सके. आयुर्वेद दवाओं की सुरक्षा और प्रभाव के बारे में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2019 6:36 AM

कोलकाता : विभन्नि आयुर्वेद दवाओं के संबंध में रोगियों की शिकायतों को सीधे प्राप्त करने के लिए आयुर्वेद फार्माको विजिलेंस सेल को सेंट्रल आयुर्वेद रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर ड्रग डेवलपमेंट (सीएआरआईडीडी) में खोला गया है, ताकि लोग सीधे अपनी शिकायत को आसानी से यहां दर्ज करवा सके.

आयुर्वेद दवाओं की सुरक्षा और प्रभाव के बारे में जागरूकता और नियमित प्रथाओं को मजबूत करने के लिए नेशनल आयुर्वेद स्टूडेंट्स एवं यूथ एसोसिएशन (नस्या) पश्चिम बंगाल शाखा, सीएआरआइडीडी तथा ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट फॉर आयुर्वेद के संयुक्त तत्वावधान में महानगर में एक सेमिनार का आयोजन किया गया.
सीएआरआइडीडी के सहायक निदेशक (आयुर्वेद) डॉ वी सुभोस ने सेमिनार का उद्घाटन किया.
सेमिनार में स्टेट मेडिसिनल प्लांट बोर्ड के निदेशक डॉ प्रशांत कुमार सरकार, राजीव गांधी मेमोरियल आयुर्वेद कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डॉ तापस कुमार मंडल, अनुसंधान अधिकारी (आयुर्वेद) डॉ अचिंत्य मित्र, सीएआरआइडीडी, नस्या पश्चिम बंगाल शाखा के नस्या डॉ केशव लाल प्रधान समेत अन्य अधिकारी व चिकित्सकगण उपस्थित थे.
डॉ प्रशांत कुमार सरकार ने कहा कि आयुर्वेद दवाओं की गुणवत्ता से संबधित किसी प्रकार की शिकायतों को दर्ज करवाने के लिए आयुर्वेद फार्माकोल विजिलेंस सेल को खोला गया है.
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म शुरू करने की भी योजना है, जहां मरीज किसी विशेष कंपनी द्वारा तैयार दवाओं के खिलाफ मरीज अपनी शिकायत दर्ज कर सके. यदि किसी भी दवा का सेवन करने के बाद रोगियों को किसी भी दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ता है तो ऐसे मरीज भी सेल में अपनी शिकायतों को दर्ज करवा सकते हैं. शिकायत मिलने के बाद दवा की गुणवत्ता की भी जांच की जायेगी.
मौके पर उपस्थित कलकत्ता स्कूल ऑफ ट्रापिकल मेडिसीन के क्लिनिकल फार्माकोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ त्रिपाठी ने कहा कि फार्माको विजिलेंस आयुर्वेद, सिद्धा, यूनानी और होम्योपैथी दवाओं के कार्यान्वयन, प्रक्रियाओं और परिचालन संबंधी मुद्दों पर अपने विचार रखें.

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