आरपीएफ ने सुनी पीड़ित की फरियाद

कोलकाता: आखिर छह दिनों बाद शनिवार को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने पूर्वाचल एक्सप्रेस में पत्नी व तीन बच्चों को खो चुके उमाशंकर दूबे की शिकायत सुन ली. साथ ही उसने हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. आरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि वे पूर्वाचल एक्सप्रेस के मार्ग में पड़नेवाले सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों के जीआरपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2014 8:42 AM

कोलकाता: आखिर छह दिनों बाद शनिवार को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने पूर्वाचल एक्सप्रेस में पत्नी व तीन बच्चों को खो चुके उमाशंकर दूबे की शिकायत सुन ली. साथ ही उसने हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.

आरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि वे पूर्वाचल एक्सप्रेस के मार्ग में पड़नेवाले सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों के जीआरपी थानों व एसआरपी के पास शिकायत पत्र की कॉपी भेजेंगे.

सियालदह रेलवे डिवीजन के मुख्य सुरक्षा आयुक्त अंजनी कुमार सिन्हा ने बताया कि हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं. इस घटना के हर पहलू पर चर्चा होगी. आरपीएफ इसका भी पता लगा रही है कि कहीं यह परिवार नशाखुरानी का शिकार तो नहीं हो गया. जिस स्टेशन से महिला अपने बच्चों के साथ ट्रेन में सवार हुई और अंतिम बार जिस स्टेशन से उसकी बात परिवारवालों से हुई, उस स्टेशन के जीआरपी को यह मामला भेजा जायेगा.

अखबार दिखा पूछते रहे यात्रियों से
आज छठे दिन भी उमाशंकर दूबे अपनी पत्नी व बच्चों को खोजने स्टेशन पहुंचे थे. सियालदह स्टेशन स्थित आरपीएफ कार्यालय में शिकायत दर्ज कराने के बाद विभिन्न ट्रेनों में घूमते रहे. इस दौरान उनके हाथों में प्रभात खबर की एक कॉपी और खोये हुए बच्चों की तसवीरें थीं. यात्रियों को वह फोटो दिखाते और अपनों के बारे में पूछते रहे. कुछ लोग फोटो देखते और आगे बढ़ जाते, कुछ उन पर तरस खाते. यह सिलसिला घंटों चला. आखिरकार अन्य दिनों की तरह आज भी वह निराश होकर अपने घर को लौट गये. हालांकि उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी है.

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