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तृणमूल कांग्रेस ने आयोग से कहा : केंद्रीय बलों ने पश्चिम बंगाल में ”आतंक का माहौल” पैदा किया

नयी दिल्ली/कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को चुनाव आयोग को पत्र सौंपकर आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तैनात केंद्रीय बलों ने मतदाताओं के मन में ‘आतंक’ पैदा कर दिया है और वे जिस तरह से काम रहे हैं वह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनावों के अनुकूल नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं शांता छेत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2019 10:02 PM

नयी दिल्ली/कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को चुनाव आयोग को पत्र सौंपकर आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तैनात केंद्रीय बलों ने मतदाताओं के मन में ‘आतंक’ पैदा कर दिया है और वे जिस तरह से काम रहे हैं वह स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनावों के अनुकूल नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के नेताओं शांता छेत्री और चंदन मिश्रा ने आयोग को दो पत्र सौंपे.

जिसमें से एक में बलों द्वारा गैरकानूनी कार्रवाई करने तथा भाजपा उम्मीदवारों द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. जबकि, दूसरा पत्र दुबराजपुर और बीरभूम संसदीय क्षेत्रों में मतदान केंद्रों के अंदर केंद्रीय बल के जवानों द्वारा गोलीबारी से संबंधित है. केंद्रीय बलों को पश्चिम बंगाल के लगभग सभी मतदान केंद्रों पर तैनात किया गया है, लेकिन शुरुआती तीन चरणों के मतदान के दौरान हिंसा की कुछ घटनाएं हुई हैं.

एक पत्र में कहा गया : केंद्रीय बलों की तैनाती के बाद, ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जहां भाजपा नेताओं के इशारे पर केंद्रीय बलों ने ऐसे तरीके से काम किया, जो पश्चिम बंगाल में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनावों के लिए अनुकूल नहीं है. इसमें कहा गया : चुनावों के पिछले चरणों के दौरान, केंद्रीय बलों के खिलाफ शिकायतें दायर हुईं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी.

पत्र के अनुसार : यह बात आपके संज्ञान में लायी जाती है कि आज जिन संसदीय क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, वहां केंद्रीय बलों ने मतदाताओं के मन में आतंक का माहौल पैदा कर दिया है और उन्होंने भाजपा के समर्थन में अपने वोट डालने के लिए मतदाताओं से अनुरोध किया है.

पत्र में कहा गया : केंद्रीय बलों ने प्रेरित और सुनियोजित तरीके से मतदान केंद्रों में गोलीबारी करके मतदाताओं के मन में डर पैदा किया, ताकि उन्हें वोट डालने से रोका जा सके. पार्टी ने दावा किया कि ‘भाजपा और उसके एजेंट’ मतदाताओं को धमकाने, हिंसा करने और अशांति फैलाने का काम कर रहे हैं जिससे चुनाव प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हस्तक्षेप हो रहा है.

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