कोलकाता छोड़ रहे हैं प्रवासी भाजपा नेता, कैलाश विजयवर्गीय को राज्य में ही रखना चाहती है भाजपा
कोलकाता : मिशन बंगाल के तहत पश्चिम बंगाल से 23 सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा ने 19 मई के पहले अपने प्रवासी नेताओं को कोलकाता व अन्य क्षेत्रों को छोड़ देने का फरमान दे दिया है. शुक्रवार की शाम सात बजे ही असम के वित्त मंत्री सुनील देवधर असम के लिए […]
कोलकाता : मिशन बंगाल के तहत पश्चिम बंगाल से 23 सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा ने 19 मई के पहले अपने प्रवासी नेताओं को कोलकाता व अन्य क्षेत्रों को छोड़ देने का फरमान दे दिया है. शुक्रवार की शाम सात बजे ही असम के वित्त मंत्री सुनील देवधर असम के लिए रवाना हो गये. भाजपा ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि वह नहीं चाहती कि उनके नेता चुनाव आचार संहिता के चुंगल में फंसे.
कोलकाता की बाकी सीटों पर चुनाव आचार संहिता की धारा 324 का प्रयोग होने से चुनाव प्रचार तय वक्त से एक दिन पहले ही बंद हो गया. नियम के मुताबिक, प्रचार बंद होने के 24 घंटा पहले ही जिस केंद्र में जो लोग मतदाता नहीं हैं वह उस इलाके में नहीं रह सकते हैं. ऐसा करनेवालों पर बाहरी होने का तमगा लग जायेगा.
ऐसे में चुनाव प्रचार के लिए राज्य में आये भाजपा कार्यकर्ता और नेता अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गये. गुजरात, आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओड़िशा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के नेता विदा होने लगे हैं. हालांकि भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय को पार्टी प्रदेश मुख्यालय में ही रखना चाहती है ताकि वह मतदान प्रक्रिया की देखरेख कर सकें. कैलाश मुख्य रूप से इंदौर के रहनेवाले हैं. ऐसे में पार्टी चाहती है कि वह सुबह इंदौर में अपना मतदान करके कोलकाता लौट आयें.