कोलकाता : लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार ‘प्रचंड मोदी लहर’ पर सवार भाजपा रिकॉर्ड सीटों के साथ फिर से केंद्र की सत्ता पर काबिज होने जा रही है. गुरुवार की शाम सात बजे तक भाजपा अकेले 303 सीटों पर आगे थी. वहीं, कांग्रेस 50 सीटों पर बढ़त बनाये हुए थी. भाजपा को पश्चिम बंगाल में पहली बार बड़ी सफलता मिली है. भगवा दल राज्य में 18 सीटें जीतता नजर आ रहा है.
चुनाव आयोग ने 542 सीटों के रुझान/परिणाम जारी किये हैं. इस चुनाव परिणाम ने 68 वर्षीय मोदी को दशक के सबसे लोकप्रिय नेता के तौर पर स्थापित किया है. भाजपा ने इस बार 2014 से भी बेहतर प्रदर्शन किया है.
वाराणसी से चुनाव लड़ रहे मोदी शुरू से ही अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से काफी आगे चल रहे थे, जबकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गांधीनगर में छह लाख से ज्यादा मतों से आगे थे.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आम चुनावों में यह ऐतिहासिक जीत मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व, अमित शाह जी के जोश और जमीनी स्तर पर लाखों भाजपा कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम का नतीजा है. चुनाव रुझानों का बाजार ने भी स्वागत किया है. दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की जिम्मेवारी ली है. पीएम मोदी को बधाई दी है. राहुल इस बार दो सीटों से चुनाव लड़े. अमेठी से जहां वह पीछे रहे. वहीं, वायनाड सीट पर आठ लाख तीस हजार मतों से आगे रहे.
2014 में भाजपा ने लोकसभा की 543 सीटों में से 282 सीटें जीती थीं, जबकि इस बार वह अपने दम पर 300 सीटों के करीब पहुंचती दिख रही है. भाजपा नीत एनडीए 2014 की 336 सीटों के मुकाबले 353 सीटों पर काबिज होता दिख रहा है.
मतगणना के रुझानों के आधार पर चुनाव परिणामों को पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, उनकी सरकार के पिछले पांच साल के कार्यों और चुनाव प्रचार अभियान का नतीजा माना जा रहा है. चुनाव प्रचार राष्ट्रीय सुरक्षा, राष्ट्रवाद व हिंदुत्व के इर्द-गिर्द रहा. मोदी लहर के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की चुनावी रणनीति ने भौगोलिक और जातीय, उम्र, लिंग जैसे समीकरणों को मात देते हुए विपक्ष का सफाया किया है. राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में जहां सपा और बसपा गठबंधन को एक कड़ी टक्कर के तौर पर पेश किया जा रहा था, वहां 80 लोकसभा सीटों में से 59 पर भाजपा आगे रही, जबकि सपा छह सीटों पर और बसपा 12 सीटों पर बढ़त बनाये हुए थी.
मोदी लहर ने हिंदी पट्टी और गुजरात में ही परचम नहीं लहराया है, बल्कि पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और कर्नाटक में भी पार्टी को शानदार बढ़त दिलायी है. सिर्फ केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश ही अछूते रह गये. तेलंगाना में भी भाजपा चार सीटों पर बढ़त बनाये हुए थी.
हिंदी भाषी राज्यों में भी भाजपा ने चौंकाया है. इनमें वे राज्य भी शामिल हैं, जिनमें कांग्रेस ने हाल ही में विस चुनाव में जीत दर्ज की थी. एमपी में भाजपा 29 में से 28 लोकसभा सीटों पर आगे रही. राजस्थान में भाजपा नीत राजग ने सभी 25 सीटों पर बढ़त कायम रखा. छत्तीसगढ़ में भी भाजपा नौ सीटों पर आगे रही.