अब सब्यसाची पर है कैलाश व मुकुल की नजर
कोलकाता : लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राज्य के मंत्री सुजीत बोस और विधाननगर के मेयर सब्यसाची दत्ता के बीच लड़ाई सड़क पर आ गयी है. सब्यसाची ने सुजीत का नाम नहीं लेते हुए कटाक्ष किया कि सड़े आलू से बनने वाले आलू दम में स्वाद काफी अधिक रहता है. उन्हें लगा कि […]
कोलकाता : लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राज्य के मंत्री सुजीत बोस और विधाननगर के मेयर सब्यसाची दत्ता के बीच लड़ाई सड़क पर आ गयी है. सब्यसाची ने सुजीत का नाम नहीं लेते हुए कटाक्ष किया कि सड़े आलू से बनने वाले आलू दम में स्वाद काफी अधिक रहता है. उन्हें लगा कि वह सड़ा हुआ आलू में ही हैं, लेकिन नतीजे जब सामने आये तो पता चला जाे ताजा आलू था, वह गला ही नहीं.
लोग सड़े हुए आलू का ही स्वाद चटखारे लेकर खाये. उनके इस कटाक्ष के कई मायने निकाले जा रहे हैं, क्योंकि मुकुल राय को लुची और आलू दम अपने घर पर खिलाने के बाद सब्यसाची दत्ता के साथ सुब्रत मुखर्जी, फिरहाद हकीम व जिलाध्यक्ष ज्योतिप्रिय मल्लिक व सुजित बोस की बैठक हुई थी, जहां पर एक तरह से उन पर दबाव बनाया गया था कि वह भाजपा में नहीं जाएं.
उस वक्त तो वह मान गये, लेकिन जब नतीजों का एलान हुआ तो मेयर के वार्ड और विधानसभा क्षेत्र में राजारहाट न्यूटाउन में तृणमूल की उम्मीदवार काकोली घोष दस्तीदार को जीत मिली, लेकिन विधाननगर विधानसभा जहां के विधायक सब्यसाची हैं, वहां पर भाजपा को जीत मिली. जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में से दो पर भाजपा को जीत हासिल हुई है. इस घटना ने तृणमूल कांग्रेस के सब्यसाची और सुजीत को फिर आमने-सामने ला दिया है.
उधर भाजपा के महासचिव व प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और भाजपा नेता मुकुल राय की नजर अब सब्यसाची पर टिकी है. इसके पहले भी इनको भाजपा में आने को लेकर काफी संभावनाएं बनी थीं. लेकिन ऐन वक्त पर बात नहीं बनी. अब भाजपा को फिर आस बंधी है. गौरतलब है कि कैलाश विजयवर्गीय राज्य के विरोधी दलों कई विधायकों और पार्षदों को अपनी पार्टी में लाने में सफल हुए हैं.