जय श्रीराम का उद्घोष कर प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, ट्रेनें रोकी गयीं
कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के कांचरापाड़ा गांधी मोड़ इलाके में शनिवार को एक सांगठनिक बैठक में पहुंचे राज्य के मंत्रियों और तृणमूल कांग्रेस नेताओं को जय श्रीराम का जयकारा लगा रहे लोगों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. भाजपा समर्थकों ने गांधी मोड़ पर विरोध प्रदर्शन करते हुए रास्ता अवरोध किया. इस […]
कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के कांचरापाड़ा गांधी मोड़ इलाके में शनिवार को एक सांगठनिक बैठक में पहुंचे राज्य के मंत्रियों और तृणमूल कांग्रेस नेताओं को जय श्रीराम का जयकारा लगा रहे लोगों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. भाजपा समर्थकों ने गांधी मोड़ पर विरोध प्रदर्शन करते हुए रास्ता अवरोध किया. इस दौरान वहां से गुजर रहे खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के काफिले के सामने प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीराम का जयकारा लगाया.
पुलिस की मदद से खाद्य मंत्री प्रदर्शनकारियों के बीच से निकल पाये. पुलिस ने हालात पर नियंत्रण के लिए लाठीचार्ज कर दिया. भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नैहाटी में अपनी सभा के दौरान शुभ्रांशु राय के खिलाफ गलत टिप्पणी की.
साथ ही कांचरापाड़ा में शुभ्रांशु राय के पार्टी कार्यालय पर कब्जा कर लिया गया है. इसके खिलाफ ही भाजपा समर्थकों ने जय श्रीराम का जयकारा लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. लेकिन पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया.
जानकारी के मुताबिक, खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, दमकल मंत्री सुजीत बोस, मंत्री तापस राय और निर्मल घोष तृणमूल की आलोरानी सरकार के घर पहुंचे थे. उसके बाद गांधी मोड़ के पास युवा तृणमूल नेता के घर जाकर सांगठनिक बैठक की. बैठक के दौरान ही इलाके के भाजपा समर्थकों ने जय श्रीराम का जयकारा लगाना शुरू कर दिया. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रैफ को उतारा गया. फिर भी लोगों का प्रदर्शन जारी रहा. इस दौरान पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई. आरोप है कि पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में बैरकपुर से अर्जुन सिंह की जीत के बाद से ही एक-एक कर तृणमूल के पार्टी कार्यालय पर गेरुआ रंग चढ़ने लगा है. गुरुवार को नैहाटी में तृणमूल कार्यकर्ताओं की घरवापसी के लिए तृणमूल ने विरोध सभा की थी. मंच से सुुश्री बनर्जी ने पार्टी ऑफिस फिर से दखल करने का संकेत दिया था. जिसके बाद ही शनिवार को कांचरापाड़ा में भी पार्टी ऑफिस दखल करने का तृणमूल पर आरोप लगाया गया है.