कोलकाता : जय श्रीराम के नारे से गर्मायी बंगाल की राजनीति, भाजपा और टीएमसी के बीच हो रहीं राजनीतिक झड़पें

अजय विद्यार्थी कोलकाता : ‘दूर्गा पूजा’ के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध पश्चिम बंगाल में अब ‘जय श्रीराम’ पर बवाल मचा हुआ है. ‘जय श्रीराम’ को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच दिन-प्रतिदिन राजनीतिक तकरार बढ़ती जा रही है. यह तकरार राजनीतिक झड़प का रूप अख्तियार करती जा रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2019 6:42 AM
अजय विद्यार्थी
कोलकाता : ‘दूर्गा पूजा’ के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध पश्चिम बंगाल में अब ‘जय श्रीराम’ पर बवाल मचा हुआ है. ‘जय श्रीराम’ को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच दिन-प्रतिदिन राजनीतिक तकरार बढ़ती जा रही है.
यह तकरार राजनीतिक झड़प का रूप अख्तियार करती जा रही है. साथ ही ‘जय श्रीराम’ से उठा विवाद तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ एक आंदोलन बनता जा रहा है. इससे नाराज तृणमूल कांग्रेस ने आंदोलन का राजनीतिक रूप से मुकाबला के लिए ‘जयहिंद वाहिनी’ और बंगजननी वाहिनी’ का गठन किया है.
‘जय श्रीराम’ की वजह से भविष्य में बंगाल की राजनीति में और भी उठापटक की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. अगले साल राज्य के विभिन्न नगरपालिकाओं के चुनाव और 2021 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए आने वाले दिनों में ‘जय श्रीराम’ से उठा बवाल के बवंडर बनने की संभावना और बढ़ गयी है.
दरअसल, पूर्व मेदिनीपुर में लोस चुनाव प्रचार के दौरान ममता के काफिले के दौरान कुछ भाजपा समर्थकों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाये. इससे ममता भड़क उठीं और बाद में उनकी गाड़ी के सामने ‘जय श्रीराम’ बोलने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया. इस घटना का वीडियो वायरल होने के साथ ही भाजपा ने इसे चुनाव मुद्दा बना लिया.
इसके कारण लोकसभा चुनाव में बंगाल में भाजपा ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की. तृणमूल से भाजपा में गये सांसद अर्जुन सिंह पर तृणमूल के समर्थकों को बेघर करने और उन पर अत्याचार करने के आरोप लगे. बनर्जी नैहट्टी में अपनी खोयी जमीन पाने के लिए धरना का कार्यक्रम रखा, लेकिन हिंदी भाषी बहुल इलाके भाटपाड़ा, नैहट्टी से जब उनका काफिला गुजरने लगा, तो जमकर ‘जय श्रीराम’ के नारे लगने शुरू गये. इस मामले में आठ लोगों को हिरासत में ले लिया गया. भाजपा ने ‘जय श्रीराम’ लिखे 10 लाख पोस्टकार्ड ममता को भेजने की घोषणा की है.
जवाब में टीएमसी ने बनाये जयहिंद वाहिनी और बंगजननी वाहिनी
ममता का हर ट्वीट ‘जय श्रीराम’ से हो रहा है ट्रोल
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्राय: ही विभिन्न मुद्दों, जयंती और अन्य विषयों पर ट्वीट करती हैं, लेकिन ममता का लगभग हर ट्वीट ट्रोल हो रहा है. भाजपा समर्थक बनर्जी के ट्वीट में ‘जय श्रीराम’ लिख रहे हैं और लगातार ‘जय श्रीराम’ लिखा जा रहा है, जिससे उनका लगभग हर ट्वीट ट्रोल हो रहा है.
साक्षी ने ममता को बताया हिरण्यकश्यप की वंशज
उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने ममता को हिरण्यकश्यप की वंशज बताया है. कहा कि बंगाल की जब बात आती है, तो त्रेता याद आता है. एक राक्षसराज था, हिरण्यकश्यप. उसके बेटे ने कह दिया जय श्रीराम तो उसे जेल में डाल दिया गया. बंगाल में भी वही दोहराया जा रहा है.
ममता बोली- भाजपा धार्मिक नारे का कर रही है राजनीतिक इस्तेमाल
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि भाजपा धार्मिक नारे का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है. बनर्जी ने रविवार को अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि भाजपा के कुछ समर्थक मीडिया के एक वर्ग के साथ मिलकर फर्जी वीडियो, फर्जी न्यूज और गलत सूचना के जरिये घृणा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.
सत्य और वास्तविकता को दबा रहे हैं. कहा कि बंगाल में राजाराम मोहन राय, विद्यासागर जैसे कई महान समाज सुधारक हुए हैं, जिन्होंने सौहार्द, प्रगति व साकारात्मक विचार की बातें कहीं हैं, लेकिन भाजपा अपनी सोची-समझी रणनीति के तहत बंगाल में नकारात्मक सोच को बढ़ावा दे रही है. कहा कि मुझे किसी राजनीतिक पार्टी की रैली में दिये गये किसी विशेष नारे से कोई परेशानी नहीं है. यहां गुंडागर्दी और घृणा फैलाने की कोशिश की जा रही है.

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