कोलकाता/रांची/ पटना : एक हफ्ते की देरी से ही सही, पर दक्षिण पश्चिम मॉनसून का देश में आगमन हो ही गया. शनिवार की दोपहर बारिश की बूंदों से न केवल केरल का तटीय क्षेत्र तरबतर हुआ, बल्कि लू से परेशान देश की जनता व किसानों राहत मिली है. भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने भी मॉनसून के आगमन की खबर को पक्की बताया. आइएमडी के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि केरल के तमाम इलाकों में अच्छी बारिश शुरू हो रही है. हालांकि, इस देरी की वजह से देश के दूसरे हिस्सों में भी मॉनसून देरी से पहुंचेगा.
उधर, कोलकाता के अलीपुर स्थित मौसम विभाग के निदेशक जीके दास ने बताया कि बंगाल में मॉनसून के प्रवेश करने में थोड़ी देरी है. फिलहाल राज्य में मॉनसून कब पहुंचेगा यह बोलना मुश्किल है. जून मध्य तक राज्य में मानसून पहुंचने की संभावना है. शनिवार को कोलकाता का अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस था.
बिहार-झारखंड में 20 जून के आसपास इसके आगमन की संभावना है. इन राज्यों में औसत से कम बारिश का अनुमान है. इधर, केरल में चार दिनों तक औसत से लेकर भारी बारिश होगी. इसके मद्देनजर 12 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. मालूम हो कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ही देश के अधिकांश इलाकों में लगभग चार महीने तक चलने वाली बारिश की ऋतु का वाहक माना जाता है. स्काईमेट ने इस साल 93% और मौसम विभाग ने 96% बारिश की बात कही है.
यह जरूरी नहीं कि मॉनसून के दस्तक देने में देरी से सीजन में बारिश भी कम होगी. मौसम विभाग ने इस साल मॉनसून के ‘सामान्य’ रहने की भविष्यवाणी की है. साथ ही 96 प्रतिशत लॉन्ग पीरियड एवरेज बारिश का पूर्वानुमान किया है, जो सामान्य से थोड़ी कम बारिश है. विभाग ने इसे लेकर चिंतित न होने की सलाह दी है.