शिक्षकों का प्रदर्शन, पुलिस से धक्का-मुक्की
पुलिस ने वाटर कैनन का किया इस्तेमाल कोलकाता : अखिल भारतीय स्तर पर वेतनमान की मांग पर उस्थि यूनाइटेड प्राइमरी टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन (यूयूपीटीडब्ल्यूए) की ओर से प्रदर्शन किया गया. सुबोध मल्लिक स्क्वायर से रानी रासमणि एवेन्यू तक शिक्षकों ने जुलूस निकाला. इसमें राज्य के विभिन्न जिलों से आये करीब चार हजार शिक्षकों ने हिस्सा […]
पुलिस ने वाटर कैनन का किया इस्तेमाल
कोलकाता : अखिल भारतीय स्तर पर वेतनमान की मांग पर उस्थि यूनाइटेड प्राइमरी टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन (यूयूपीटीडब्ल्यूए) की ओर से प्रदर्शन किया गया. सुबोध मल्लिक स्क्वायर से रानी रासमणि एवेन्यू तक शिक्षकों ने जुलूस निकाला. इसमें राज्य के विभिन्न जिलों से आये करीब चार हजार शिक्षकों ने हिस्सा लिया. धर्मतला इलाके में जुलूस को लेकर व्यापक तनाव रहा. पुलिस ने बैरिकेड के जरिए जुलूस को रोकने की कोशिश की.
बैरिकेड हटाने की मांग पर पुलिस के साथ शिक्षकों का विवाद हो गया. प्रदर्शनकारियों ने जबरन बैरिकेड को हटा दिया. स्थिति को संभालने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. स्थिति को संभालने के लिए रैफ को उतारा गया. रानी रासमणि एवेन्यू में प्रदर्शनकारी इसके बाद धरने पर बैठ गये. उनका पांच सदस्यीय प्रतिनिधि दल इसके बाद राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के पास पहुंचा. शिक्षामंत्री के साथ बातचीत के बाद वापस लौटकर प्रतिनिधि दल ने बताया कि शिक्षा मंत्री ने वेतन में असमानता को दूर करने का आश्वासन दिया है. लेकिन वेतनमान कितना रहेगा यह उन्होंने स्पष्ट नहीं किया है.
एसोसिएशन की राज्य सचिव पृथा विश्वास ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों से योग्यता के मुताबिक उचित वेतन की मांग पर आंदोलन किया जा रहा है. सरकार ने भी नीतिगत तौर पर वेतन बढ़ाने का फैसला लिया है. लेकिन वह उनकी योग्यता के मुताबिक होगा या नहीं यह स्पष्ट नही है. ऐसी स्थिति में एसोसिएशन मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप की मांग कर रहा है. इसके अलावा आंदोलन करने की वजह से जिन 14 शिक्षकों का तबादला किया गया है उन्हें वापस पुराने स्थान पर लाये जाने की वह मांग कर रहे हैं. यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो वृहत्तर आंदोलन किया जायेगा.