पश्चिम बंगाल में ‘भूकंप’, एक और जिला परिषद पर भाजपा का कब्जा
नयी दिल्ली/कोलकाता : बिना चुनाव लड़े पश्चिम बंगाल में एक और जिला परिषद पर भाजपा का कब्जा हो गया है. तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक समेत कई सदस्यों के भाजपा में शामिल होने से भागवा दल ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की दक्षिण दिनाजपुर जिला परिषद पर अपना नियंत्रण कायम कर लिया. दक्षिण दिनाजपुर जिले […]
नयी दिल्ली/कोलकाता : बिना चुनाव लड़े पश्चिम बंगाल में एक और जिला परिषद पर भाजपा का कब्जा हो गया है. तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक समेत कई सदस्यों के भाजपा में शामिल होने से भागवा दल ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की दक्षिण दिनाजपुर जिला परिषद पर अपना नियंत्रण कायम कर लिया.
दक्षिण दिनाजपुर जिले में तृणमूल कांग्रेस को झटका देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता बिप्लब मित्रा भी भाजपा में शामिल हो गये. मित्रा के अलावा, दक्षिण दिनाजपुर जिला परिषद के 18 में से 10 सदस्य और तृणमूल कांग्रेस के विधायक विल्सन चांपरामेरी दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गये.
दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय, पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष तथा पार्टी महासचिव और राज्य के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्टी में शामिल हुए. तीन बार के विधायक चांपरामेरी पश्चिम बंगाल में कलचीनी विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं.
अब तक तृणमूल के पांच विधायक भाजपा में
हाल में भाजपा में शामिल होने वाले चांपरामैरी तृणमूल कांग्रेस के पांचवें विधायक हैं. इसके अलावा, माकपा का एक और कांग्रेस का एक विधायक भी भगवा दल में शामिल हो चुका है. रॉय ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के भाजपा में शामिल होने को ‘भूकंप’ करार देते हुए कहा कि दक्षिण दिनाजपुर की जिला परिषद की अध्यक्ष लिपिका रॉय समेत इसके लगभग सभी सदस्य पार्टी में शामिल हो गये.
भाजपा में जाने वाले लोग मौकापरस्त : तृणमूल कांग्रेस
मित्रा ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ‘निरंकुश तरीके’ से काम कर रही है और इसका लोगों से संपर्क खत्म हो गया है. घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फरहाद हाकिम ने कहा कि भाजपा में शामिल होने वाले लोग मौकापरस्त हैं और आने वाले दिनों में वे पछतायेंगे.