शांति की अर्जी लेकर भाटपाड़ा पहुंचे बुद्धिजीवी
पीड़ितों के परिवारों से मिल कर लिया स्थिति का जायजा राजनीतिक दलों की लड़ाई में मर रहे हैं आम लोग : अपर्णा सेन भाटपाड़ा की स्थिति पर राज्यपाल और सीएम को सौपेंगे रिपोर्ट कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा-कांकीनाड़ा में हुई हिंसा की घटना को लेकर गुरुवार को पश्चिम बंगाल के बुद्धिजीवियों का […]
पीड़ितों के परिवारों से मिल कर लिया स्थिति का जायजा
राजनीतिक दलों की लड़ाई में मर रहे हैं आम लोग : अपर्णा सेन
भाटपाड़ा की स्थिति पर राज्यपाल और सीएम को सौपेंगे रिपोर्ट
कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा-कांकीनाड़ा में हुई हिंसा की घटना को लेकर गुरुवार को पश्चिम बंगाल के बुद्धिजीवियों का एक दल कांकीनाड़ा-भाटपाड़ा पहुंचा और वहां की स्थिति का जायजा लिया. साथ ही लोगों से मिलकर बातचीत की. इसमें प्रसिद्ध अभिनेत्री-फिल्म निर्माता अपर्णा सेन, अभिनेता कौशिक सेन और चंदन सेन शामिल थे.
उन्होंने कांकीनाड़ा बाजार, कचहरी रोड और जूट मिल श्रमिक आवास का दौरा किया और लोगों से बातचीत की. इसके बाद हिंसा में मारे गये रामबाबू साव के घर पहुंचे और परिवालों से बातचीत की. फिर बैरकपुर पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंप कर इलाके में शांति लाने की अपील की.
राजनीतिक दखल की लड़ाई में मर रहे हैं आम लोग : अपर्णा सेन
मौके पर मीडिया से रूबरू होते हुए अपर्णा सेन ने कहा कि भाटपाड़ा में राजनीतिक दखल की लड़ाई में आम लोग मर रहे हैं. दो राजनीतिक दल अपने-अपने फायदे के लिए लड़ रहे हैं. एक पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस के लोग ही नकाब पहन कर आये और हिंसा की घटना को अंजाम दिया.
राज्यपाल और सीएम को सौंपेंगे रिपोर्ट
श्रीमती सेन ने कहा कि इलाके की पूरी स्थिति के बारे में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रिपोर्ट सौपेेंगे. उन्होंने कहा कि इलाके में किसी तरह का विकास नहीं हुआ है लेकिन तृणमूल और बीजेपी ने यहां का माहौल बिगाड़ दिया है.
पुलिस आयुक्त से की मुलाकात
श्रीमती सेन ने कहा कि भाटपाड़ा इलाके का दौरा करने के बाद बैरकपुर पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन दिया. उन्होंने आश्वासन दिया है कि धीरे-धीरे पूरी तरह से इलाके में शांति लौट आयेगी. इलाके में सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है.
भविष्य को लेकर चिंतित हैं लोग : कौशिक सेन
बुद्धिजीवी कौशिक सेन ने कहा कि इलाके के लोग भविष्य को लेकर चिंतित हैं. भाजपा और तृणमूल, दो दलों की लड़ाई में कई लोगों की जानें चली गयीं. मालूम हो कि गत 20 जून को हुई हिंसा की घटना में दो लोग मारे गये थे.