मेरे कपड़ों पर टिप्पणी ना करे कोई, मेरे लिए धर्म कपड़े से परे

कोलकाता : हाल ही में अपने पहनावे को लेकर घिरीं नवनिर्वाचित सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां ने कहा है कि किसी को इस पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए कि वह क्या पहनती हैं, क्योंकि धर्म कपड़ों से परे होता है. अभिनेत्री ने कट्टरपंथी उन मौलवियों के बयानों पर भी टिप्पणी की, जिन्होंने उनके सिंदूर लगाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2019 2:43 AM

कोलकाता : हाल ही में अपने पहनावे को लेकर घिरीं नवनिर्वाचित सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां ने कहा है कि किसी को इस पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए कि वह क्या पहनती हैं, क्योंकि धर्म कपड़ों से परे होता है. अभिनेत्री ने कट्टरपंथी उन मौलवियों के बयानों पर भी टिप्पणी की, जिन्होंने उनके सिंदूर लगाने और मंगलसूत्र पहनने की आलोचना की थी. देवबंद के मौलवियों के एक वर्ग ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद के खिलाफ कथित तौर पर ‘फतवा’ भी जारी किया.

बशीरहाट की सांसद 25 जून को पहली बार संसद में सिंदूर लगाये पहुंचीं और शपथ लेने के बाद उन्होंने ‘वंदे मातरम’ कहा. जहां ने व्यवसायी निखिल जैन से जून में तुर्की में शादी की और इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने संसद में शपथ ली. मौलवियों ने दावा किया कि जहां ने जैन धर्म में शादी कर इस्लाम का अपमान किया और उनके वस्त्र को गैर इस्लामिक बताया.
जामिया शेख उल हिंद के मुफ्ती असद कासमी ने दावा किया, मुस्लिमों की शादी मुस्लिमों में ही हो सकती है और वे केवल अल्लाह के सामने झुक सकते हैं. इस्लाम में वंदे मातरम, मंगलसूत्र और सिंदूर के लिए कोई जगह नहीं है और ये चीजें धर्म के खिलाफ हैं.
इसके जवाब में नुसरत जहां ने शनिवार की रात को ट्वीट कर इन आलोचनाओं का जवाब दिया. उन्होंने कहा : किसी भी धर्म के कट्टरपंथियों की बयानों पर ध्यान देना या प्रतिक्रिया देना केवल नफरत और हिंसा को बढ़ावा देना है और इतिहास इसका गवाह है.
उन्होंने कहा कि वह समग्र भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो जाति पंथ और मजहब के दायरे से परे है. उन्होंने कहा : मैं अब भी मुसलमान हूं और किसी को यह नहीं बताना चाहिए कि मैं क्या पहनूं. मजहब कपड़े से परे होता है. नुसरत के इस बयान का केंद्र की सत्तारूढ़ भाजपा की महिला नेताओं सहित बड़ी संख्या में लोगों ने समर्थन किया है.
कोई जिंस पहने या साड़ी, सिंदूर या मंगलसूत्र, यह उसका निजी मामला है : मिमी
कोलकाता : हाल ही में बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र की तृणमूल कांग्रेस सांसद व टॉलीवुड अभिनेत्री नुसरत जहां द्वारा गले में मंगलसूत्र, हाथों में चूड़ियां व मांग में सिंदूर लगाकर लोकसभा में आकर सांसद पद की शपथ लेने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.
इसके लिए उनके खिलाफ फतवा भी जारी कर दिया गया है. इसे लेकर नुसरत जहां फिर सुर्खियों में आ गयी हैं. इस फतवे को लेकर उनके बचाव में जादवपुर लोकसभा क्षेत्र की तृणमूल सांसद व बांग्ला फिल्म अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती ने खुलकर नुसरत जहां का समर्थन किया है.
मिमी चक्रवर्ती ने कहा कि हम संसद में देश गढ़ने के लिए गये हैं, ना कि एक दूसरे के कपड़े देखने व उनपर कमेंट करने के लिए. एक महिला जिंस पहने या साड़ी, वह सिंदूर लगाये या मंगलसूत्र पहले, यह पूरी तरह से उनका निजी मामला है. इसपर किसी अन्य को कमेंट करना पूरी तरह से गलत है. वह चाहती हैं कि लोग जैसे घरों में महिलाओं का सम्मान करते हैं, बाहर भी वैसा ही करें.
वहीं, इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनवाज हुसैन का कहना है कि इस्लाम तोड़ना नहीं, जोड़ना सिखाता है. आज भी बिहार, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में महिलाएं सिंदूर, मंगलसूत्र के अलावा हाथों में चूड़ियां पहनती हैं. यह पूरी तरह से उनका निजी मामला है.
इसपर किसी को फतवा जारी करने का कोई हक नहीं है. भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने भी नुसरत का बचाव किया है. उन्होंने दमदम नेताजी सुभाषचंद्र बोस अंतर्रराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कहा : नुसरत ने अच्छा संदेश दिया है.
उसे बधाई देता हूं. वह अच्छा काम की है. यह स्वतंत्रता का एक अच्छा संकेत है. प्रत्येक को आजादी है कि वह क्या पहने और कैसे रहे. इस तरह की आजादी होनी चाहिए. अभिनेत्री हो अथवा कोई भी हो लेकिन देश में अपने मुताबिक जीने का अधिकार है. शादी के लिए बधाई. उसने अच्छा जवाब दिया है. किसी तरह का भय दिखाने का किसी को अधिकार नहीं है.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इस तरह का फतवा ठीक नहीं है. हर व्यक्ति को अपना जीवन जीने का अधिकार है, वह किस प्रकार जिये. फतवा जारी कर हम किसी के अधिकार को बांध नहीं सकतें.इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल राय ने कहा कि इस मामले में वह कोई टिप्पणी नहीं कर सकते. वह तृणमूल कांग्रेस की सांसद हैं. तृणमूल कांग्रेस ही इस पर कुछ कह सकती है.
वहीं, कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय के मामले में उन्होंने कहा कि एक विधायक होने के बावजूद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया. यह सख्त कानून व्यवस्था की ओर संकेत करता है, लेकिन बंगाल में इसकी विपरित स्थिति है. यहां तृणमूल नेता कुछ कहें व करें, लेकिन पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती.

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