चार साल में एयरपोर्ट पर होंगे 46 अतिरिक्त ‘पार्किंग-वे’

कोलकाता : देश के व्यस्त हवाई अड्डों पर हवाई यात्रियों में वृद्धि के साथ ही उड़ान संचालन की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने देश के 23 हवाई अड्डों पर 380 अतिरिक्त पार्किंग वे (पार्किंग स्टैंड) बनाने का निर्णय लिया है. इनमें खास कर इस योजना के तहत कोलकाता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2019 2:03 AM

कोलकाता : देश के व्यस्त हवाई अड्डों पर हवाई यात्रियों में वृद्धि के साथ ही उड़ान संचालन की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने देश के 23 हवाई अड्डों पर 380 अतिरिक्त पार्किंग वे (पार्किंग स्टैंड) बनाने का निर्णय लिया है. इनमें खास कर इस योजना के तहत कोलकाता एयरपोर्ट पर चार साल के अंदर सबसे अधिक 46 अतिरिक्त पार्किंग वे बनाये जायेंगे. इन 23 हवाई अड्डों में पार्किंग की जगह की कमी के कारण उड़ान स्लॉट की कमी के साथ ही कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.

एएआइ सूत्रों के मुताबिक, देश में विमानन बाजार ने पिछले कुछ वर्षों में 2008 में लगभग 380 विमानों से अब 600 विमानों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है. इसे देखते हुए, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने एएआई हवाई अड्डों के टर्मिनल भवनों के विकास और आधुनिकीकरण के लिए अगले पांच वर्षों के लिए कुल 25,000 करोड़ रुपये की पूंजीगत व्यय योजना शुरू की है, जिसमें कई योजनाएं शामिल है.
कोलकाता एयरपोर्ट पर होगा सबसेअधिक पार्किंग वे : 23 एयरपोर्टों में से सबसे अधिक अतिरिक्त पार्किंग वे 46 अतिरिक्त पार्किंग वे कोलकाता हवाई अड्डे पर ही बनाने की योजना है, जो कि इस योजना में सबसे बड़ी संख्या है. इसके बाद अहमदाबाद एयरपोर्ट में 40 पार्किंग वे, जो दिसंबर 2020 तक पूरे होने की संभावना है. इसी तरह, जयपुर में 32 अतिरिक्त पार्किंग वे और लखनऊ में 38 पार्किंग वे होंगे. अधिकतर पार्किंग वे अगले दो-तीन सालों के अंदर ही पूरे हो जायेंगे.
कहां होंगे कितने पार्किंग वे : एएआई के एक अधिकारी ने बताया कि प्रमुख एयरपोर्टों में दिल्ली एयरपोर्ट में 39 पार्किंग वे, बेंगलुरु में 36, चेन्नई में 7, अमृतसर में 10, त्रिची में 13, पटना में 6, रांची में 6, हैदराबाद में 22, कोच्चि में 11 पार्किंग वे के साथ ही कुल 23 हवाई अड्डों में 380 अतिरिक्त पार्किंग बनाये जायेंगे.
खासकर ऑपरेटरों को भी होती हैं समस्याएं : एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने बताया कि अतिरिक्त पार्किंग वे की योजना हवाई यात्रियों में वृद्धि के कारण उड़ान संचालन की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए बनायी गयी है. देश में कई हवाई अड्डे पार्किंग की जगह की कमी के कारण किसी तरह से चल रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप वहां उड़ान स्लॉट की कमी है. अपने बेड़े के आकार का विस्तार करने की कोशिश करनेवाले कई ऑपरेटरों को पार्किंग रिक्त स्थान और उड़ान स्लॉट के लिए संघर्ष करना पड़ता है और उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
हर तरह की होंगी सुविधाएं : कोलकाता एयरपोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिसंबर माह से ही काम शुरू हो जायेंगे. इस योजना के पूरा होने से बहुत सुविधाएं होंगी. उड़ान स्लॉट से लेकर पार्किंग हर मामलों में सुविधा होगी. अभी वर्तमान में 63 पार्किंग वे है और 46 अतिरिक्त होने से 109 हो जायेंगे और इससे हर तरह से सुविधाएं होंगी.

Next Article

Exit mobile version