थोड़ी लापरवाही और अकाउंट खाली: अजनबी से बनावायी यूपीआइ आइडी, अकाउंट से निकले 65 हजार

-टाला थाना क्षेत्र के खेलत बाबू लेन की रहनेवाली हैं पीड़ित महिलाकोलकाता : एक अनजान व्यक्ति पर विश्वास कर उससे यूपीआइ आइडी बनवाने के चक्कर में एक महिला के बैंक अकाउंट से ऑनलाइन 65 हजार 18 रुपये गायब ट्रांसफर कर लिये गये. घटना उत्तर कोलकाता के टाला थानाक्षेत्र के खेलत बाबू लेन में रविवार शाम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2019 9:16 AM

-टाला थाना क्षेत्र के खेलत बाबू लेन की रहनेवाली हैं पीड़ित महिला
कोलकाता :
एक अनजान व्यक्ति पर विश्वास कर उससे यूपीआइ आइडी बनवाने के चक्कर में एक महिला के बैंक अकाउंट से ऑनलाइन 65 हजार 18 रुपये गायब ट्रांसफर कर लिये गये. घटना उत्तर कोलकाता के टाला थानाक्षेत्र के खेलत बाबू लेन में रविवार शाम की है. पीड़ित महिला का नाम सुदीप्ता मुखर्जी है. महिला को जब ठगी के शिकार होने का पता चला तो उन्होंने इसकी शिकायत टाला थाने में दर्ज करायी.

पीड़िता ने शिकायत में बताया कि उन्हें यूपीआइ अकाउंट बनाने के लिए एक व्यक्ति ने फोन किया. पीड़िता ने बताया कि ऑनलाइन बैंकिंग के लिए उन्होंने युवक की बातों को मान लिया और यूपीआइ आइडी बनाने के लिए अपने बैंक अकाउंट की सारी जानकारी उन्हें बता दी, जिसके कुछ समय बाद ही उन्हें पता चला कि उनका यूपीआइ आइडी तो बन गयी, लेकिन उनके बैंक अकाउंट से विभिन्न किस्तों में कुल 65 हजार 18 रुपये निकाल लिये गये. पुलिस ने बदमाश की तलाश कर रही है. जिस अकाउंट में रुपये भेजे गये, उसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है.

केवाइसी जांच के बहाने एटीएम कार्ड नंबर जान कर ठगे 27 हजार

कोलकाता : केवाइसी जांच के बहाने एक व्यक्ति से उसके एटीएम कार्ड की जानकारी हासिल कर अकाउंट से मोटी रकम गायब करने का मामला सामने आया है. ठगी का खुलासा होने पर पीड़ित ने इसकी शिकायत सर्वे पार्क थाने में दर्ज करायी है. शिकायत करनेवाले आरोपी का नाम सिद्धार्थ सरकार कर है. वह संतोषपुर इलाके के सेकेंड स्ट्रीट में रहते हैं. पुलिस के मुताबिक शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल फोन में एक अनजान व्यक्ति का फोन आया. फोन करनेवाले ने खुद को एक प्रसिद्ध सरकारी बैंक का मैनेजर बताया. फोन पर उन्होंने कहा कि बैंक अकाउंट चालू रखने के लिए उन्हें केवाइसी फॉर्म भरना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि ग्राहक चाहे तो फोन पर जानकारी देकर यह फॉर्म भर सकते हैं. पीड़ित ग्राहक का आरोप है कि उन्होंने फोन पर कथित बैंक अधिकारी को अपने बैंक अकाउंट के एटीएम कार्ड की जानकारी दे दी. इसी बीच उनके मोबाइल में 26 हजार 998 रुपये ऑनलाइन निकाल लिये जाने का मैसेज आया. पीड़ित ग्राहक का आरोप है कि इसके बाद से कई बार उन्होंने फोन करनेवाले नंबर पर कॉल बैक किया, लेकिन फोन बंद मिला. इसके बाद उन्हें खुद के ठगी के शिकार होने का पता चला. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

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