हुगली : गरीबी ने नजीर की डॉक्टर बनने की ख्वाहिश पर फेरा पानी

हुगली : तारकेश्वर के नाइटा ग्राम पंचायत इलाके के आयमा पहाड़पुर के रहने वाले मोहम्मद मुजम्मिल नजीर ने मेडिकल प्रवेश की परीक्षा में 28502 रैंक प्राप्त किया है लेकिन अर्थाभाव के कारण वह आगे की पढ़ाई पूरी कर पाने में अक्षम है. उसने कठिन परिश्रम कर मेडिकल प्रवेश की परीक्षा उत्तीर्ण की लेकिन उसका डॉक्टर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 4, 2019 1:48 AM

हुगली : तारकेश्वर के नाइटा ग्राम पंचायत इलाके के आयमा पहाड़पुर के रहने वाले मोहम्मद मुजम्मिल नजीर ने मेडिकल प्रवेश की परीक्षा में 28502 रैंक प्राप्त किया है लेकिन अर्थाभाव के कारण वह आगे की पढ़ाई पूरी कर पाने में अक्षम है. उसने कठिन परिश्रम कर मेडिकल प्रवेश की परीक्षा उत्तीर्ण की लेकिन उसका डॉक्टर बबने का सपना शायद पूरा नहीं हो पायेगा. उसके घर की माली हालत इतनी अच्छी नहीं है कि वह अपनी आगे पढ़ाई जारी रख सके.

नजीर ने हावड़ा खलतपुर अल आमीन मिशन से पढ़ाई की है. माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की परीक्षा में भी उसने बेहतर किया है. लक्ष्य केवल एक था, चिकित्सक बनना. इसी लक्ष्य को लेकर उसने मेडिकल के ज्वाइंट इंट्रेस परीक्षा दी और उत्तीर्ण हुआ.
जानकारी के अनुसार, चार साल पहले पिता मोहम्मद सलीम नजीर की आर्थिक हालत काफी अच्छी थी. वह बिहार में स्वर्ण कारीगर के तौर पर काम करते थे लेकिन धीरे-धीरे यह कारोबार मंदा पड़ने लगा और उनकी नौकरी छुट गयी.
फिलहाल वह फुरफुरा इलाके में किराना की दुकान चला कर परिवार का किसी तरह भरण-पोषण कर रहे हैं.
मोहम्मद सलीम ने बताया कि उन्हें बेटे की सफलता पर नाज है लेकिन काफी दुख भी हो रहा है कि पैसे के अभाव वह आगे नहीं पढ़ पायेगा. उन्होंने बताया कि वह अपने सभी सगे-संबंधियों और मित्रों से आर्थिक सहयोग की गुहार लगा चुके हैं लेकिन कहीं से किसी तरह की मदद नहीं मिली, आगे ईश्वर की मर्जी.

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