राज्य के विधायक व मंत्रियों का दैनिक भत्ता बढ़ा
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विधानसभा में विधायकों व मंत्रियाें को मिलनेवाले दैनिक भत्ते में एक हजार रुपये वृद्धि करने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों को विधानसभा सत्र के दौरान प्रत्येक दिन एक हजार रुपये के हिसाब से भत्ता मिलता है, जिसे अब बढ़ा कर दो हजार रुपया और […]
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विधानसभा में विधायकों व मंत्रियाें को मिलनेवाले दैनिक भत्ते में एक हजार रुपये वृद्धि करने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकों को विधानसभा सत्र के दौरान प्रत्येक दिन एक हजार रुपये के हिसाब से भत्ता मिलता है, जिसे अब बढ़ा कर दो हजार रुपया और मंत्रियों के दैनिक भत्ते को भी दो हजार रुपये से बढ़ा कर तीन हजार रुपये किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जानती हैं कि विधायकों का वेतन भी बहुत कम है, लेकिन वह फिलहाल इस पर कुछ नहीं कहेंगी. गौरतलब है कि इससे पहले उन्होंने फरवरी, 2017 में विधायकों के वेतन में पांच हजार रुपये की वृद्धि की थी. फिलहाल पश्चिम बंगाल के विधायकों को प्रति माह कुल 22,000 रुपये वेतन मिलता है. इसके अतिरिक्त विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने व कमेटी की बैठक में शामिल होने पर प्रतिदिन 1000 रुपये का भत्ता मिलता है, जिसे मुख्यमंत्री ने दो हजार रुपये करने की घोषणा की है.
इसके अतिरिक्त विधायकों को पश्चिम बंगाल में कहीं जाने के लिए रेलवे का कूपन व मेडिकल खर्च मिलता है. गौरतलब है कि अन्य राज्यों के विधायकों की तुलना में राज्य के विधायकों का वेतन बहुत ही कम है. छोटे-छोटे राज्यों के विधायकों का वेतन ज्यादा है. विधायकों के वेतन के मामले में पश्चिम बंगाल का स्थान राज्य में 18वां हैं.
विधायकों को क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं
वेतन : 10,000 रुपये प्रति माह
बाध्यतामूलक भत्ता : 3,000 रुपये प्रति माह
विधायक इलाका भत्ता : 4,000 रुपये प्रति माह
टेलीफोन भत्ता : 5000 रुपये प्रति माह व अन्य
प्रतिदिन का भत्ता : विधानसभा की कार्यवाही या कमेटी की बैठक में भाग लेने पर प्रतिदिन 1000 रुपये
डाक भत्ता : प्रति वर्ष 3000 रुपये
पुस्तक भत्ता : 2000 रुपये प्रति वर्ष
यात्रा भत्ता : बंगाल के किसी भी इलाके में रेलवे यात्रा के लिए कूपन