ट्रीटमेंट के बगैर गंगा में पानी नहीं छोड़ेगा निगम
कोलकाता : गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार के निर्देश के तहत निगम शहर का गंदा पानी गंगा में नहीं छोड़ सकता. ऐसे में गंगा एक्शन प्लान के तहत शहर में छोटे-छोटे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किये जायेंगे, ताकि बारिश के बाद गंगा में पानी छोड़ने से शुद्धीकरण हो सके. वाटर ट्रीटमेंट […]
कोलकाता : गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार के निर्देश के तहत निगम शहर का गंदा पानी गंगा में नहीं छोड़ सकता. ऐसे में गंगा एक्शन प्लान के तहत शहर में छोटे-छोटे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किये जायेंगे, ताकि बारिश के बाद गंगा में पानी छोड़ने से शुद्धीकरण हो सके. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को तैयार करने के लिए कोलकाता नगर निगम केंद्र सकार से फंड की मांग की है. यह जानकारी कोलकाता नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य तारक सिंह ने दी.
निकासी के मुद्दे पर सोमवार को बोरो चार में श्री सिंह की उपस्थिति में एक बैठक हुई. इस बैठक में बोरो चार के अतंर्गत आने वाले सभी वार्डों के पार्षद उपस्थित रहे. तारक सिंह ने चेयरमैन व विभिन्न वार्डों के पार्षदों को मैनहोल से संबंधित सूची तैयार करने को कहा है.
उन्होंने कहा कि महानगर में किसी वार्ड में खुले मैनहोल न हो इसके लिए तैयारी चल रही है. उन्होंने पार्षदों को निर्देश दिया कि कहां कितने ओपेन मैनहोल हैं, कहां अंडरग्राउंड मैनहोल तैयार करने की आवश्यकता है. इसकी सूची जल्द उन्हें सौंपी जाये.
16 को कोलकाता नगर निगम में उच्चस्तरीय बैठक
ठनठनिया कालीबाड़ी, मुक्ता राम बाबू स्ट्रीट जैसे इलाके में बारिश में जलजमाव की स्थिति पैदा न हो. इस पर चर्चा के लिए 16 जुलाई को तारक सिंह की उपस्थिति में एक उच्च स्तरीय बैठक होगी. बैठक में निकासी विभाग के आला अधिकारियों के अलावा कोलकाता एनवायरनमेंट इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट (केइआइपी) के अधिकारीगण भी उपस्थित रहेंगे.