अजय विद्यार्थी
कोलकाता : भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन पर बड़ा हमला बोलते हुए सवाल किया है कि अमर्त्य सेन कौन हैं और क्या उन्हें भारतीय सभ्यता और संस्कृति की जानकारी है? उल्लेखनीय है कि हाल में सेन ने जाधवपुर विश्वविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में ‘जय श्रीराम’ नारे पर बयान देते हुए कहा था कि इस नारे का इस्तेमाल अब लोगों को पीटने के लिए होता है. ‘जय श्री राम’ नारे का बंगाल की संस्कृति से कोई लेना-देना नहीं है.
विजयवर्गीय ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत में अमर्त्य सेन पर पलटवार करते हुए कहा कि भाई, अमर्त्य सेन कौन हैं? क्या वह इस मिट्टी से जुड़े हैं? इस मिट्टी के बारे में उनको क्या पता है? यहां भारत में क्या हो रहा है, क्या उन्हें इसकी जानकारी है? भारत की संस्कृति क्या हैं? भारत के संस्कार क्या हैं? ये वास्तव में कम्युनिस्ट विचारधारा के लोग हैं, जिन्होंने देश के संस्कार और संस्कृति को हमेशा खत्म करने की कोशिश की है. ये लोग जनता के मान्य लोग थोड़े ही हैं. जय श्रीराम नारे को इनके प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है.