बीएसएफ के जवानों ने फिर सीमा पर रोकी पशु तस्करी
बांग्लादेश भेजे जाने के पहले दो मामलों में 160 मवेशियों को किया जब्त जब्त पशुओं की कुल कीमत 13 लाख 51 हजार 871 रुपये बीएसएफ जवानों से उलझने में दो जगहों में एक पशु तस्कर हुआ घायल, एक गिरफ्तार मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना व नदिया के तस्करों से बीएसएफ के जवानों की हुई थी […]
- बांग्लादेश भेजे जाने के पहले दो मामलों में 160 मवेशियों को किया जब्त
- जब्त पशुओं की कुल कीमत 13 लाख 51 हजार 871 रुपये
- बीएसएफ जवानों से उलझने में दो जगहों में एक पशु तस्कर हुआ घायल, एक गिरफ्तार
- मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना व नदिया के तस्करों से बीएसएफ के जवानों की हुई थी झड़प
कोलकाता. भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों की अति सक्रियता के कारण पशु तस्करी को फिर से रोक दिया गया. इस दौरान 155 मवेशियों को भी जब्त किया गय. इसके अलावा काफी संख्या में फेंसिडील दवा भी जब्त की गयी है.
बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक शनिवार मध्यरात्रि को सीमा सुरक्षा बल दक्षिण बंगाल फ्रंटियर कोलकाता के सतर्क सैनिक मालदा, मुर्शिदाबाद, 24 उत्तर परगना और नादिया जिले की विभिन्न भारत-बांग्लादेश सीमा पर गश्त लगा रहे थे. इसी दौरान दो जगहों पर तस्करी के दौरान पशु तस्करों के साथ उनकी झड़प हुई.
हमलावर देशी बम, दाव, हसिया, लाठी, हाई बीम टार्च आदि से लैस थे. एस बी-3 वाहिनी की सीमा चौकी में तैनात जवानों ने खतरे को देखते हुए, आत्मरक्षा और संपत्ति का अधिकार उपयोग करते हुए तस्करों को तितर-बितर करने और तस्करी रोकने के लिए पंप एक्शन गंस से सात राउंड फायरिंग की.
इसमें बशीरहाट के स्वरूपनगर में एक भारतीय तस्कर मुस्तफा गाज़ी (25) घायल हो गया. एक अन्य घटना में, 153 वाहिनी की सीमा चौकी में जवानों ने पशु तस्करों द्वारा भारी संख्या में पशुओं को सीमा पार कराने की कोशिश को नाकाम कर दिया. उनके कब्जे से पांच मवेशियों को जब्त किया गया है.
इस ऑपरेशन में भी बीएसएफ जवानों ने अलीम विश्वास नामक एक पशु तस्कर को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान अलीम के साथी भागने में सफल हो गये. जब्त पशुओं की कुल कीमत 13 लाख 51 हजार 871 रुपये है. गिरफ्तार आरोपियों को स्थानीय थाने की पुलिस के हवाले कर दिया गया.