लिलुआ ब्रिज कहीं बन न जाये हादसों का ओवरब्रिज
कहा, ब्रिज के दोनों ढलानों पर बने स्पीड ब्रेकर ब्रिज पर अवैध पार्किंग भी हादसों का कारण कोलकाता : अपने सामाजिक सरोकार के तहत प्रभात खबर ने लिलुआ ब्रिज के आसपास आये दिन हो रहीं दुर्घटनाओं को रोकने और इसके लिए प्रशासन की अनदेखी को उजागर करने के लिए इलाके के लोगों के साथ जनसंवाद […]
कहा, ब्रिज के दोनों ढलानों पर बने स्पीड ब्रेकर
ब्रिज पर अवैध पार्किंग भी हादसों का कारण
कोलकाता : अपने सामाजिक सरोकार के तहत प्रभात खबर ने लिलुआ ब्रिज के आसपास आये दिन हो रहीं दुर्घटनाओं को रोकने और इसके लिए प्रशासन की अनदेखी को उजागर करने के लिए इलाके के लोगों के साथ जनसंवाद का आयोजन किया. जनसंवाद में लिलुआ अंचल के दर्जनों लोगों ने भाग लिया और अपनी-अपनी राय खुल कर रखी. इसमें इलाके के युवाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. लोगों की मांग थी कि ब्रिज पर अवैध पार्किंग रोकने के लिए पुलिस की तैनाती हो. साथ ही दोनों ढलानों पर स्पीड ब्रेकर का निर्माण किया जाये.
नरेंद्र कुमार राय (पश्चिम बंगाल कुर्मी क्षत्रीय सभा के सचिव) : लिलुआ रेलवे क्रॉसिंग से लेकर मतवाला मोड़ तक जो ओवरब्रिज का निर्माण हुआ है. वह निश्चित रूप से इलाके के लिए काफी सुविधाजनक है, लेकिन लिलुआ पार में स्थित ब्रिज के ढलान का सही निर्माण नहीं हुआ है. यह अंधा मोड़ के समान है और हमेशा ही बड़ी दुर्घटना का कारण बनता रहा है. आये दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं.
त्रिभुवन कुमार मिश्र (सर्वोदय राष्ट्रीय एकता मंच के अध्यक्ष) : लिलुआ में कई मुद्दे हैं, लेकिन सबसे अहम मुद्दा है रेलवे लाइन पर बना ओवरब्रिज. यह मानव जीवन से जुड़ा हुआ है. आयेदिन इस पर सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. इससे लिलुआ अंचल के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. एक माह पहले प्राइड एनजीओ के अध्यक्ष सूर्य प्रताप सिंह की बाइक दुर्घटना में मृत्यु हो गयी. प्रभात खबर के माध्यम से सरकारी अमले से हमारी यही मांग है कि इस ब्रिज के दोनों ढलानों पर स्पीड ब्रेकर का निर्माण जल्द किया जाये.
नीरज मिश्र : लिलुआ इलाके में काफी स्कूल कॉलेज हैं. इस ब्रिज से सैकड़ों की संख्या में स्कूली बच्चे साइकिल, बाइक और छोटे बच्चे स्कूल वैन से गुजरते हैं. यदि खुदा न खास्ता किसी दिन कोई स्कूल वैन इसी तरह से हादसे का शिकार हो जाता है तो कई जानें जा सकती हैं. प्रशासन से मेरा आग्रह है कि ब्रिज पर जल्द स्पीड ब्रेकर बनाया जाये.
साहिल सिंह (प्राइड एनजीओ के अध्यक्ष): आये दिन लिलुआ ब्रिज पर हो रहे हादसों से इलाके के लोग सहमे हुए हैं. हर सप्ताह कोई ना कोई हादसा यहां होता ही है. कुछ माह पूर्व मेरे एक दोस्त की जान इसी ब्रिज पर हादसे में हो गयी थी. प्रशासन से मेरा आग्रह है कि जल्द ऐसी व्यवस्था करे, जिससे किसी और को अपनी जान से हाथ ना धोना पड़े.
विवेक सिंह : कई बार देखने में आता है कि ब्रिज की ढ़लान वाली जगह पर अवैध रूप से गाड़ियां खड़ी कर दी जाती हैं. इससे ब्रिज से उतरने और चढ़नेवाले वाहनों को दिक्कत महसूस होती है. इससे कई बार हादसा भी हो जाता है.
विजय कुमार तिवारी : हादसे का कारण जहां ओवरब्रिज का ढलान है. वहीं जनता भी इसके लिए जिम्मेदार है. हर किसी को बाइक सावधानीपूर्वक चलानी चाहिए. मेरा आग्रह है कि बगैर देर किये ब्रिज पर स्पीड ब्रेकर का निर्माण हो. यदि इसका जल्द निर्माण नहीं होगा तो हम इसके लिए विरोध प्रदर्शन भी करेंगे.
राहुल राय : दुर्घटना का कारण यातायात व्यवस्था की सही निगरानी नहीं होना भी है. पुलिसकर्मियों की सही तैनाती नहीं होती. पुलिस का ढुलमुल रवैया भी इसके लिए जिम्मेदार है. दुर्घटनाएं होती हैं और एक जान फिर चली जाती है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. सड़क विभाग के अधिकारियों से आग्रह है कि यहां एक स्पीड ब्रेकर जल्द बनाने की व्यवस्था करे.
दीपक कुमार सिंह : दुर्घटनाओं की मुख्य वजह जहां रफ ड्राइविंग है, वहीं हेलमेट ना पहनने से भी लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. हालांकि कारण जो भी हो, इसे रोकना प्रशासन का काम है. हां जनता इसमें सहायक हो सकती है.
मुकेश मिश्रा : होनहार युवाओं की मौत इस तरह के सड़क हादसों में होना दुखद है. इसे रोकने के लिए जागरूकता भी जरूरी है.
प्रेम शंकर झा : हावड़ा के कई ओवरब्रिजों की हालत काफी खराब है. ब्रिज का सही रखरखाव नहीं होता, जिसके कारण ब्रिज पर हादसे हो रहे हैं.
प्रभात खबर के जनसंवाद कार्यक्रम में आनंद कुमार, विवेक यादव, विप्लव शुक्ला, अमित यादव, रोहित कुमार सिंह, दिवाकर झा, शुभम अग्रवाल, अलखदेव गिरि, सुमित झा, देवचंद्र शाह, राकेश चौबे, कामेश्वर राय, विपिन मिश्र, मुकेश शाह और धर्मेंद्र मिश्र उपस्थित रहे.