बंगाल में निवेश करेगी विप्रो व माइक्रोसॉफ्ट, सरकार ने आवंटित की जमीन
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्य में आईटी क्षेत्र में दो अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा निवेश किये जाने की घोषणा की. गुरुवार को बिरला प्लैनेटोरियम से नजरूल मंच तक निकाली गयी ‘सेव ग्रीन, स्टे क्लिन’ पदयात्रा की समाप्ति के बाद नजरूल मंच में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा […]
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्य में आईटी क्षेत्र में दो अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा निवेश किये जाने की घोषणा की. गुरुवार को बिरला प्लैनेटोरियम से नजरूल मंच तक निकाली गयी ‘सेव ग्रीन, स्टे क्लिन’ पदयात्रा की समाप्ति के बाद नजरूल मंच में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि आइटी प्रमुख विप्रो व माइक्रोसॉफ्ट ने राज्य में निवेश करने की इच्छा जाहिर की है.
विप्रो को सिलिकॉन वैली आइटी हब में 50 एकड़ अतिरिक्त जमीन आवंटित की गयी है. राज्य सरकार ने मात्र एक रुपये में विप्रो को यह जमीन प्रदान की है.विप्रो के निवेश से 10 हजार युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि 100 एकड़ जमीन पर सिलिकॉन वैली तैयार किया गया है. इस बीच सभी जमीन विभिन्न संस्थानों को आवंटित किये जा चुके हैं, जिसमें से विप्रो 50 एकड़ जमीन ले रही है. ऐसे में सिलिकॉन वैली का विस्तार और 100 एकड़ जमीन में किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि विप्रो के बाद अंतर्राष्ट्रीय आइटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट भी बंगाल में निवेश करने की घोषणा की है.
कंपनी द्वारा यहां तांत उद्योग से जुड़े लोगों के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्म तैयार किया जायेगा और इस प्लेटफॉर्म से लगभग छह लाख तांत कारीगरों को जोड़ा जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन होने से छह लाख तांत कारीगर स्वनिर्भर होंगे.
हरियाली बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने बिरला तारामंडल से नजरूल मंच तक की पदयात्रा
कोलकाता. ‘जल बचाओ जीवन बचाओ’ के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘हरियाली’ बचाने व बढ़ाने का संदेश देने के लिए गुरुवार को पदयात्रा निकाली. मुख्यमंत्री ने गुरुवार को बिरला तारामंडल से शुरू होकर दक्षिण कोलकाता के नजरूल मंच तक निकाली, जिसमें तृणमूल के आला नेताओं के साथ-साथ स्कूल व कॉलेजों के छात्र, एनजीओ और समाज के सभी वर्ग के लोगों ने हिस्सा लिया.
गौरतलब है कि इससे पहले 12 जुलाई को ममता बनर्जी ने राज्यवासियों से जल संरक्षण के लिए जागरूक होने की अपील करते हुए रवींद्रनाथ टैगोर के पुश्तैनी घर जोड़ासांकू से मध्य कोलकाता के गांधी मूर्ति तक पदयात्रा की थी.