संदिग्ध हालत में मिले दो भाइयों के शव, बहन की भी अस्पताल में मौत

कोलकाता : कोलकाता के साउथ पोर्ट थाना क्षेत्र अंतर्गत कार्ल मार्क्स सरणी इलाके में स्थित एक इमारत के निचले तल पर एक बंद कमरे से दो भाइयों की सड़ी-गली लाशें बरामद की गयीं. उसी कमरे में उनकी बहन अचेत हालत में फर्श पर पड़ी हुई थी. घटना शुक्रवार की सुबह करीब नौ बजे की है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2019 5:26 AM

कोलकाता : कोलकाता के साउथ पोर्ट थाना क्षेत्र अंतर्गत कार्ल मार्क्स सरणी इलाके में स्थित एक इमारत के निचले तल पर एक बंद कमरे से दो भाइयों की सड़ी-गली लाशें बरामद की गयीं. उसी कमरे में उनकी बहन अचेत हालत में फर्श पर पड़ी हुई थी. घटना शुक्रवार की सुबह करीब नौ बजे की है.

दोनों भाइयों को एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनके मृत होने की पुष्टि की, जबकि बहन को उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोपहर करीब 12.10 बजे उनकी भी मौत हो गयी. मृतकों की शिनाख्त त्रिलोकी प्रसाद गुप्ता (59), भोला प्रसाद गुप्ता (53) और शांति गुप्ता (56) के रूप में हुई है.
क्या है घटना : शुुक्रवार की सुबह स्थानीय लोगों ने बंद कमरे से दुर्गंध आने पर स्थानीय पुलिस को सूचना दी. स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. कमरे का दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर घुसी, तो देखा कि त्रिलोकी और भोला की सड़ी-गली लाशें फर्श पड़ी हुई हैं.
उनकी बहन शांति अचेत थीं. शांति को अस्पताल भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. घर की खिड़कियां अंदर से बंद थीं.
पूरे कमरे में अंधेरा था. वहां एक जेनरेटर भी रखा हुआ था और फर्श पर मच्छर भगानेवाले कुछ क्वायल पड़े हुए थे. मौके पर कोलकाता पुलिस की गुप्तचर शाखा के अधिकारियों के अलावा फॉरेंसिक विभाग के अधिकारी भी पहुंचे. घटनास्थल से नमूने संग्रह किये गये हैं.
अंतिम बार बुधवार को देखे गये थे : प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने बताया है कि स्थानीय लोगों ने दोनों भाइयों और बहन को अंतिम बार बुधवार की सुबह देखा था. पुलिस का कहना है कि मकान से शव शुक्रवार की सुबह बरामद किये गये हैं.
पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार उनकी मृत्यु करीब 24 से 40 घंटे पहले हुई होगी. रिपोर्ट के अनुसार जहरीली गैस के रिसाव के कारण दम घुटने से उनकी मौत हुई होगी. घर का दरवाजा और खिड़कियां बंद थीं. घर में जेनरेटर रखा हुआ था.
जांच के अनुसार कई दिनों से उनके घर का बिजली कनेक्शन कटा हुआ था. स्थानीय लोगों के अनुसार त्रिलोकी एक सरकारी विभाग के कर्मचारी थे. भोला प्रसाद गुप्ता का दूध का व्यवसाय था, जबकि शांति घर पर रहती थीं. तीनों अविवाहित थे.
इमारत के ऊपरी तल पर उनके कुछ रिश्तेदार रहते हैं. हालांकि तीनों लोगों से कम मिलते-जुलते थे. कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने कहा है कि घटनास्थल से नमूने संग्रह किये गये हैं. पुलिस मामले के हर पहलुओं की जांच कर रही है.

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