बागड़ी मार्केट में हर समय रहेगा 1.20 लाख लीटर पानी

कोलकाता : किसी भी अग्निकांड में शुरुआत के 20 से 25 मिनट का समय काफी महत्वपूर्ण होता है. दमकल विभाग के पहुंचने से पहले यदि मकान मालिक या फिर किरायेदार खुद भी प्रयास करे तो आग की घटनाओं की भयावहता को रोका जा सकता है. उक्त बातें पश्चिम बंगाल, अग्निशमन विभाग व आपात सेवा के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2019 6:00 AM

कोलकाता : किसी भी अग्निकांड में शुरुआत के 20 से 25 मिनट का समय काफी महत्वपूर्ण होता है. दमकल विभाग के पहुंचने से पहले यदि मकान मालिक या फिर किरायेदार खुद भी प्रयास करे तो आग की घटनाओं की भयावहता को रोका जा सकता है. उक्त बातें पश्चिम बंगाल, अग्निशमन विभाग व आपात सेवा के महानिदेशक जगमोहन ने कहीं.

मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से एमसीसीआइ के कॉन्फ्रेंस हॉल में अग्निशमन जागरूकता पर आयोजित कार्यक्रम में पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए उन्होंने कहा, बागड़ी मार्केट अग्निकांड के बाद मैंने मकान का दौरा किया तो देखा कि छत पर मात्र एक वॉटर रिजर्वर था, जिसके बाद हमने निर्देश दिया कि छत के वाटर रिजर्वर की क्षमता को 50 हजार से 70 हजार लीटर किया जाये और नीचे एक 50 हजार लीटर का एक नया रिजर्वर बनाया जाये.

वर्तमान में 1.20 लाख लीटर पानी का रिजर्वर है. इसके साथ ही कई और सुझाव अग्निशमन विभाग द्वारा बागड़ी मॉर्केट के व्यसायियों को दिया गया था. सारे सुझाओं को उन्होंने माना है. हमने पिछले सोमवार को मॉर्केट का दौरा किया था उम्मीद है बहुत जल्द मार्केट में फिर से व्यवसाय शुरू हो जायेगा.

कानून का पालन करें, कानून आप की रक्षा करेगा : जगमोहन

कोलकाता : महानगर में हजारों की संख्या में ऊंची-ऊंची इमारतें हैं. इनमें ऐसी इमारतों की संख्या अच्छी खासी है जहां अग्निशमन व्यवस्था की अनदेखी की गयी है. हमारा प्रयास होता है कि ऐसे लोगों को अग्निशमन विभाग के नियमों से अवगत कराया जाये. कानून से घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि कानून का पालन करने वालों की ही कानून रक्षा भी करता है. ये बाते पश्चिम बंगाल, अग्निशमन विभाग एवं आपात सेवा के डायरेक्टर जनरल जगमोहन ने कहीं.

मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा एमसीसीआई के कॉन्फ्रेंस हॉल में अग्निशमन जागरूकता पर आयोजित एक परिचर्चा को संबोधित करते हुए श्री जगमोहन ने कहा कि कई बार ऐसा देखा गया है कि बड़ाबाजार स्थित व्यावसायिक इमारतों के व्यापारियों को अपनी गद्दी या कार्यालय से काफी लगाव होता है.
उसमें वह किसी प्रकार का बदलाव नहीं करना चाहतें. उनका तर्क होता है कि वर्षों पहले उनके बाप-दादा ने यहीं से अपना व्यवसाय का आरंभ किया था. लिहाजा वह अपने कार्यालय (गद्दी) में किसी प्रकार का बदलाव नहीं चाहते हैं. यह ठीक नही, क्योंकि पुराने हो चुके मकानों में यदि समय-समय पर मरम्मत या फिर अग्निशमन व्यवस्था दुरुस्त नहीं की जाये तो यह आत्महत्या करने जैसा होगा.
श्री जगमोहन ने व्यापारियों से आग्रह किया की समय के साथ बदलाव करें, पुराने हो या फिर नये मकान, सभी में अग्निशमन नियमों का पालन करें. कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए एमसीसीआई के अध्यक्ष विशाल झांझरिया ने कहा कि देशभर में व्यावसायिक इमारतों में आग लगने की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. देश में 2014 में जहां 179 अाग लगने की घटनाएं हुई हैं
वहीं 2015 में 716 बार व्यावसायिक भवन आग के शिकार हुए. इस दौरान अग्निशमन विभाग एवं आपात सेवा के सीनियर इंस्ट्रक्टर सुजय बनर्जी ने अग्निशमन व्यवस्था पर लोगों को जागरूक किया. इसके साथ ही सुजय बनर्जी ने अग्निशम सुरक्षा से संबंधित विभिन्न तकनीकी का प्रयोगिक रूप प्रस्तुत किया. कार्यक्रम के अंत में एमसीसीआई के चेयरमैन सुरेश अग्रवाल ने धन्यवाद दिया.

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