तीन लोगों की मौत का मामला : गर्मी और अंधेरे में कट रही थी तीनों की जिंदगी
कोलकाता : महानगर के पोर्ट इलाके के कार्ल मार्क्स सरणी के एक बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में तीन भाई-बहनों की अस्वाभाविक मौत से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. मरने से पहले तीनों की जिंदगी अंधेरे और गर्मी में कट रही थी. दरअसल, उनके फ्लैट की बिजली काट दी गयी थी. मृतकों की भाभी शकुंतला […]
कोलकाता : महानगर के पोर्ट इलाके के कार्ल मार्क्स सरणी के एक बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में तीन भाई-बहनों की अस्वाभाविक मौत से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी. मरने से पहले तीनों की जिंदगी अंधेरे और गर्मी में कट रही थी. दरअसल, उनके फ्लैट की बिजली काट दी गयी थी. मृतकों की भाभी शकुंतला गुप्ता ने बताया कि उनके फ्लैट की दीवार से पानी रिसने के कारण बिजली का मीटर जल गया था.
सीइएससी को बुलाया गया तो उन्होंने बिजली काट दी और मीटर को ठीक कराने को कहा था. बुधवार की रात 10 बजे देवर और ननद से उनकी मुलाकात हुई थी. उन्होंने उन्हें मीटर लगवा देने के लिए 1000 रुपये दिये थे. स्थानीय लोगों का कहना था कि घर में जेनरेटर होने के बावजूद अंधेरे में परिवार का एक हिस्सा रह रहा था.
लोगों ने बताया कि मरनेवाले त्रिलोकी गुप्ता (59), भोला गुप्ता (53) व शांति गुप्ता (56) ग्राउंड फ्लोर में रहते थे. तीनों भाई-बहनों विवाह नहीं किया था. तीनों स्वभाव से ठीक थे, लेकिन उनकी बाहरी लोगों से ज्यादा बातचीत नहीं थी. वह चार भाई व एक बहन थे. दो भाइयों की बहुत पहले ही मौत हो गयी थी.
लोगों के अनुसार जिस बिल्डिंग की ग्राउंड फ्लोर के फ्लैट में वह रहते थे, वह बिल्डिंग उनके दिवंगत भाई जानकी गुप्ता के नाम से है, जिनकी पत्नी शकुंतला गुप्ता व दो बेटे अजय गुप्ता और विजय गुप्ता और उनका परिवार फर्स्ट प्लोर में रहते हैं, लेकिन भतीजों व भाई के परिवार के साथ उनकी बहुत कम बात होती थी.
यही कारण है कि बंद कमरे में वे मरे पड़े थे और किसी ने उनकी सुध नहीं ली. शवों के सड़ने के कारण दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने सूचना दी. पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ा तो शांति गुप्ता की सांसें चल रही थीं, लेकिन अस्पताल में जाकर उनकी भी मृत्यु हो गयी, जिससे घटना अब तक रहस्यमयी बनी हुई है.