अध्यक्ष की अनुमति के बिना सक्रिय सदस्य नहीं बन पायेंगे भाजपा में शामिल हुए नेता
सक्रिय सदस्य ही केवल बन सकते हैं भाजपा के पदाधिकारी 12 अगस्त से भाजपा का सक्रिय सदस्य बनाने का शुरू होगा अभियान कोलकाता :पिछले तीन वर्षों के अंदर भाजपा में शामिल हुए अन्य पार्टियों के नेता चाहे वह विधायक ही क्यों नहीं हों, बिना प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति के भाजपा के सक्रिय सदस्य नहीं बन […]
सक्रिय सदस्य ही केवल बन सकते हैं भाजपा के पदाधिकारी
12 अगस्त से भाजपा का सक्रिय सदस्य बनाने का शुरू होगा अभियान
कोलकाता :पिछले तीन वर्षों के अंदर भाजपा में शामिल हुए अन्य पार्टियों के नेता चाहे वह विधायक ही क्यों नहीं हों, बिना प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति के भाजपा के सक्रिय सदस्य नहीं बन पायेंगे. सक्रिय सदस्य बनने के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की अनुमति आवश्यक है.
भाजपा के संविधान के अनुसार सक्रिय सदस्य ही भाजपा के पदाधिकारी हो सकते हैं. सदस्यता अभियान के बाद अब भाजपा ने सक्रिय सदस्य बनाने का अभियान शुरू किया है. मंगलवार को सक्रिय सदस्य बनाये जाने के दिशानिर्देश को लेकर माहेश्वरी भवन में भाजपा पदाधिकारियों और नेताओं की बैठक हुई. बैठक में प्रदेश भाजपा महासचिव प्रताप बनर्जी, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष विश्वप्रिय रायचौधरी, प्रदेश भाजपा सदस्यता अभियान के संयोजक रथींद्रनाथ बोस सहित भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे.
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में सफलता के बाद बड़ी संख्या में अन्य पार्टियों के नेता, जिनमें पार्षद से लेकर विधायक तक हैं, भाजपा में शामिल हुए हैं तथा वह जिला से लेकर राज्य कार्यकारिणी में विभिन्न पदों के लिए दावेदार माने जा रहे हैं, लेकिन भाजपा में शामिल हुए अभी तीन वर्ष नहीं हुए हैं.
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष विश्वप्रिय राय चौधरी ने कहा कि प्रदेश भाजपा का सक्रिय सदस्य होने के लिए जरूरी है कि वह व्यक्ति विगत तीन वर्षों से भाजपा कार्यकर्ता होना जरूरी है. इसके साथ ही उसे कम से 100 सदस्य बनाने होंगे और सात दिनों तक विस्तारक के रूप में कार्य करना होगा. इन शर्तों को पूरा करने के बाद ही भाजपा का सक्रिय सदस्य बनाया जा सकता है. प्रदेश भाजपा के सदस्यता अभियान के संयोजक रथींद्रनाथ बसु ने कहा कि सदस्यता अभियान के तहत भाजपा ने 60 लाख सदस्य बनाने के केंद्रीय नेतृत्व के लक्ष्य को हासिल कर लिया है, लेकिन उनलोगों को आशा है कि वे लोग एक करोड़ से अधिक सदस्य बनायेंगे.
11 अगस्त तक सदस्य बनाया जायेगा. उसके बाद 12 अगस्त से लेकर 10 सितंबर तक सक्रिय सदस्य बनाये जायेंगे. उन्होंने कहा कि सक्रिय सदस्य बनने के लिए भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को फार्म भरना होगा. जिला स्तर पर गठित सक्रियकरण कमिटी उस आवेदन पर विचार करेगी और सक्रिय सदस्य बनने की अनुमति प्रदान करेगी. उसी तरह से राज्य स्तर पर गठित कमेटी भी सक्रिय सदस्य के आवेदन पर विचार करेगी.
यह पूछे जाने पर कि हाल में भाजपा में शामिल हुए नेता यदि सक्रिय सदस्य बनना चाहते हैं, तो उन्हें क्या पद्धति अपनी होगी. उन्होंने कहा कि भाजपा संविधान के अनुसार चाहे कोई भी कार्यकर्ता हो और यदि वह तीन वर्ष भाजपा का कार्यकर्ता नहीं है, तो उसे भाजपा अध्यक्ष और राज्य स्तर की सक्रियकरण कमेटी की अनुमति लेनी होगी. बिना अध्यक्ष की अनुमति के कोई भी सदस्य, जो तीन साल का कार्यकाल नहीं पूरा किया है, वह भाजपा का सक्रिय सदस्य नहीं हो सकता है.